
दिल्ली: सेना के खिलाफ ट्वीट मामले में शेहला राशिद पर चलेगा मुकदमा, उपराज्यपाल ने दी मंजूरी
क्या है खबर?
भारतीय सेना के खिलाफ ट्वीट करने के मामले में जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) के छात्रसंघ की पूर्व उपाध्यक्ष शेहला राशिद की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने मंगलवार को पुलिस को शेहला के खिलाफ IPC की धारा 153A के तहत मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी।
मामले पर शेहला पर आरोप है कि समाज में सौहार्द बिगाड़ने और लोगों के बीच दुश्मनी पैदा करने के लिए उन्होंने सेना के खिलाफ ट्वीट किए थे।
आरोप
शेहला ने भारतीय सेना के लिए ट्विटर पर क्या लिखा था?
शेहला राशिद ने 18 अगस्त, 2019 को भारतीय सेना के खिलाफ ट्वीट करके उस पर कुछ आरोप लगाए थे।
शेहला ने अपने ट्वीट में लिखा था, 'सशस्त्र बल रात में घरों में घुस रहे हैं, लड़कों को उठा रहे हैं, घरों में तोड़फोड़ कर रहे हैं, जानबूझकर फर्श पर राशन गिरा रहे हैं, चावल के साथ तेल मिला रहे हैं।'
सेना ने शेहला के इन आरोपों का खंडन करते हुए इन्हें निराधार बताया था।
अन्य आरोप
शेहला ने सेना पर लोगों को प्रताड़ित करने का आरोप भी लगाया था
सेना के खिलाफ अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा था, 'शोपियां में चार लोगों को आर्मी कैंप में बुलाया गया और पूछताछ की गई। उनके पास एक माइक रखा गया था, ताकि पूरा इलाका उनकी चीखें सुन सके और आतंकित हो सके। इससे पूरे क्षेत्र में भय का माहौल बन गया।'
रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल में 3 सितंबर, 2019 को अलख आलोक श्रीवास्तव नामक वकील ने शेहला के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी।
जानकारी
IPC की धारा 153A क्या है?
इस धारा में उन लोगों को दंडित किया जाता है, जो धर्म, जाति, नस्ल और भाषा के आधार पर लोगों में दुश्मनी पैदा करते हैं।
यदि कोई व्यक्ति या समूह धर्म और जाति के नाम पर धार्मिक स्थानों पर आपसी तनाव पैदा करने की कोशिश करता है या समाज में अशांति फैलाने के लिए लोगों के बीच धर्म-जाति के नाम पर शत्रुता बढ़ाने का काम करता है तो उसके खिलाफ धारा 153A के तहत कार्रवाई की जाती है।
विवाद
शेहला का विवादों से रहा है गहरा नाता
2015 में JNUSU उपाध्यक्ष बनीं शेहला सबसे पहले विवादों में तब आई थीं, जब कैंपस के अंदर देश विरोधी नारे लगे थे और तत्कालीन छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी के विरोध में वह आंदोलन करती दिखी थीं।
फरवरी, 2017 में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी ने भी फेसबुक पर किए गए एक कमेंट के लिए शेहला के खिलाफ FIR दर्ज करवाई थी।
2018 में देहरादून पुलिस ने कश्मीरी छात्रों को लेकर ट्वीट के लिए शेहला के खिलाफ FIR दर्ज की थी।
आरोप
शेहला पर आतंकी संगठनों से फंडिंग लेने के लग चुके हैं आरोप
साल 2018 में शेहला तब भी चर्चाओं में थीं, जब कश्मीर के ब्यूरोक्रेट शाह फैसल ने अपनी राजनीतिक पार्टी बनाई थी और शेहला ने उसे ज्वॉइन किया था।
इसी बीच शेहला के पिता ने आरोप लगाए थे कि फैसल की पार्टी में शामिल होने के लिए आतंकी संगठनों ने उन्हें तीन करोड़ रुपये की रकम दी थी।
हालांकि, शेहला ने इस आरोप को खारिज करते हुए पार्टी छोड़ी दी थी, लेकिन यह मामला काफी दिनों तक सुर्खियों में रहा था।
आरोप
शेहला ने अपने पिता को बताया था परजीवी और गैर-जिम्मेदार
साल 2020 में शेहला अपने पिता अब्दुल राशिद शोरा पर गंभीर आरोप लगा चुकी हैं और उन्होंने अपने पिता को गैर-जिम्मेदार और परजीवी तक कहा था।
शेहला ने आरोप लगाया था कि अब्दुल राशिद ने 32 सालों तक उनकी मां का आर्थिक रूप से शोषण किया और उनकी मां सरकारी नौकरी में थी।
उन्होंने बताया था कि उनकी मां ने अपने पति खिलाफ घरेलू हिंसा का मामला भी दर्ज करवाया था।