बिहार: भीड़ के आगे थानेदार को अकेला छोड़कर जाने वाले पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज, सात निलंबित
क्या है खबर?
बिहार पुलिस ने किशनगंज के थानेदार की भीड़ के हाथों हुई हत्या मामले में सात पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।
इन पर पश्चिम बंगाल में छापेमारी के दौरान थानेदार अश्विनी कुमार को अकेले छोड़कर भागने का आरोप है।
दूसरी तरफ पुलिस ने इस मामले के मुख्य आरोपी समेत सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और बाकी आरोपियों की धरपकड़ के लिए छापेमारी जारी है।
आइये, यह पूरी खबर जानते हैं।
पृष्ठभूमि
क्या है घटना?
बीते हफ्ते बिहार के किशनगंज टाउन थाने के थानेदार अश्विनी कुमार अपनी टीम के साथ बाइक चोरी के मामले में छापेमारी के लिए पश्चिम बंगाल के उत्तरी दिनाजपुर जिले में पहुंचे थे।
यहां पर भीड़ ने बदमाशों का साथ देते हुए पुलिस टीम को घेरकर हमला कर दिया था। इसी बीच थानेदार कुमार के साथ गई टीम उन्हें अकेला छोड़कर भाग आई।
पीछे से भीड़ ने लाठी और डंडों से पीट-पीटकर कुमार की हत्या कर दी थी।
बिहार
इन पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, किशनगंज के पुलिस अधीक्षक (SP) कुमार आशीष ने बताया, "छापेमारी के लिए थानेदार के साथ गई टीम उन्हें अकेला छोड़कर भाग गई थी। उनकी इस करतूत ने पुलिस विभाग को बदनाम किया है और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।"
SP की सिफारिश पर पूर्णिया रेंज के IG सुरेश चौधरी ने सर्कल इंस्पेक्टर मनीष कुमार, उज्ज्वल कुमार पासवान, सुनील चौधरी, राजू साहनी, अखिलेश्वर तिवारी, प्रमोद कुमार पासवान और सुशील कुमार को निलंबित कर दिया है।
आरोप
SP ने बंगाल पुलिस पर लगाया सहयोग न करने का आरोप
SP आशीष ने यह भी जानकारी दी कि हत्या के मुख्य आरोपी फिरोज आलम समेत सात लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है और अन्य की तलाश के लिए छापेमारी की जा रही है।
उन्होंने बंगाल पुलिस पर सहयोग न करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें इस छापेमारी की पहले ही जानकारी दी जा चुकी थी, लेकिन बिहार पुलिस की टीम द्वारा बार-बार फोन कॉल करने पर भी उनका कोई जवान मौके पर नहीं पहुंचा था।
जानकारी
बंगाल और बिहार में दर्ज हुए मामले
बंगाल पुलिस ने इस घटना के आरोपियों के खिलाफ दंगे, भीड़ द्वारा हत्या, खतरनाक हथियारों से चोट पहुंचाने, सरकारी कर्मचारी के काम में बाधा पहुंचाने और हत्या की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। बिहार पुलिस ने भी किशनगंज थाने में आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
जानकारी के लिए बता दें कि बिहार पुलिस पश्चिम बंगाल के जिस गांव में छापेमारी करनी गई थी, वह किशनगंज से महज आठ किलोमीटर दूर है।
जानकारी
सदमे से हुई थानेदार की मां की मौत
भीड़ के हाथों जान गंवाने वाले बिहार पुलिस के थानेदार अश्विनी कुमार की हत्या की खबर उनके घर पहुंची तो उनकी मां की सदमे से मौत हो गई।
रविवार को पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में मां और बेटे का एक साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने भी बहादुर अधिकारी को श्रद्धांजलि दी।
पूर्णिया के जानकीनगर के रहने वाले अश्विनी कुमार परिवार में अपनी पत्नी और तीन बच्चों को छोड़कर गए हैं।