-
पुलवामा एनकाउंटर के बाद सुरक्षाबलों की प्रेस कॉन्फ्रेंस, 100 घंटों में जैश की लीडरशिप का खात्मा
अंतिम अपडेट Feb 19, 2019, 11:57 am
-
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों के साथ चले एनकाउंटर को लेकर सुरक्षाबलों की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई।
इस कॉन्फ्रेंस में इनमें चिनार कॉर्प्स के लेफ्टिनेंट जनरल केजीएस ढिल्लों, श्रीनगर के IG एसपी पाणी, CRPF के IG जुल्फिकार हसन और GoC विक्टर फोर्स के मेजर जनरल मैथ्यू शामिल हुए।
मीडिया को संबोधित करते हुए लेफ्टिनेंट जनरल ढिल्लों ने कहा कि पुलवामा हमले में पाकिस्तानी सेना का हाथ है।
उन्होंने कहा कि जैश-ए-मोहम्मद को पाकिस्तानी सेना सहायता दे रही है।
-
ट्विटर पोस्ट
यहां देखिये प्रेस कॉन्फ्रेंस
-
#WATCH Live from Srinagar: Army, CRPF and JK Police address the media https://t.co/b4u0mnJzJD
— ANI (@ANI) February 19, 2019 -
ऑपरेशन
सुरक्षाबलों के निशाने पर थे आतंकी
-
लेफ्टिनेंट जनरल ढिल्लों ने कहा कि सुरक्षाबल पिछले काफी समय से जैश-ए-मोहम्मद के आंतकियों पर नजर बनाए थे।
उन्होंने कहा कि पुलवामा हमले के 100 घंटे के अंदर घाटी में मौजूद जैश की लीडरशिप को खत्म कर दिया गया है।
लेफ्टिनेंट जनरल ढिल्लों ने कहा कि इस एनकाउंटर में जैश-ए-मोहम्मद के 3 कमांडर ढेर हुए हैं। इस हमले में और कौन शामिल थे और क्या प्लान थे, यह हम शेयर नहीं कर सकते।
-
CRPF
CRPG के IG ने क्या कहा
-
CRPG के IG जुल्फिकार हसन ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, "शहीद हुए जवानों के परिवार से कहना चाहूंगा कि आप अपने को अकेले न समझें। आपके लिए हर वक्त हम खड़े हैं। देश के विभिन्न हिस्सों में पढ़ने वाले कश्मीरी बच्चों के लिए भी हम हेल्पलाइन चला रहे हैं, ताकि उन्हें अप्रिय स्थिति का सामना न करना पड़े।"
उन्होंने कहा कि देशभर मेें पढ़ने वाले कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है।
-
चेतावनी
'जो बंदूक उठाएगा वो मारा जाएगा'
-
लेफ्टिनेंट जनरल ढिल्लों ने कहा कि जो भी देश के खिलाफ बंदूक उठाएगा वो मारा जाएगा।
उन्होंने जम्मू-कश्मीर की महिलाओं से अपील करते हुए कहा कि वे अपने बच्चों को समझाएं और उन्हें सरेंडर करने को कहें।
सेना के पास सरेंडर पॉलिसी है, जिसके तहत बंदूक उठाने वाले नौजवान सरेंडर कर मुख्यधारा में लौट सकते हैं।
उन्होंने आतंकियों को चेतावनी देते हुए कहा कि बंदूक उठाने वालों को किसी भी कीमत पर खत्म किया जाएगा।
- CRPF
- पुलवामा
- भारतीय सेना