छात्रों के बीच झड़प के बाद अब JNU के बाहर लगाए गए भगवा झंडे और पोस्टर
क्या है खबर?
दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में रामनवमी पर वामपंथी छात्र संगठन (AISA) और दक्षिणपंथी छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के छात्रों के बीच हुई झड़प के बाद शुरू हुआ विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है।
इस झड़प के पांच दिन बाद अब कथित तौर पर एक दक्षिणपंथी समूह हिंदू सेना ने शुक्रवार सुबह यूनिवर्सिटी परिसर के बाहर भगवा झंडे और पोस्ट लगा दिए। सूचना पर पहुंची दिल्ली पुलिस ने झंडे और पोस्टर हटवा दिए।
वायरल
सोशल मीडिया पर वायरल हुई झंडे और पोस्टर की फोटो
पुलिस ने बताया सुबह हिंदू सेना के छात्रों ने यूनिवर्सिटी परिसर के बाहर भगवा झंडे और कुछ पोस्टर लगा दिए। इन पोस्टरों पर 'भगवा JNU' लिखा हुआ था।
सेना के छात्रों ने इन झंडों और पोस्टरों की फोटो को सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। कुछ ही देर में ये फोटो वायरल हो गई। इसकी सूचना लगते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सभी पोस्टर और झंडों को हटा दिया।
पुलिस ने बताया कि दोषियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
बयान
JNU कैंपस में किया जा रहा है भगवा और हिंदुत्व का अपमान- गुप्ता
इस मामले में हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने कहा, "JNU कैंपस में लगातार भगवा और हिंदुत्व का अपमान किया जा रहा है। यह दुर्भाग्यपूर्ण और गलत है। ऐसा हमने रामनवमी पर भी देखा था। ये लोग भगवा से नफरत क्यों करते हैं? भगवा हमारी संस्कृति है, यह JNU ही नहीं पूरे देश में हमारी संस्कृति का प्रतीक है। हिंदुत्व हमारी संस्कृति है।"
उन्होंने कहा, "देश के लोगों को भगवा पर कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए।"
दावा
हिंदू संस्कृति की रक्षा करना हमारा कर्तव्य- गुप्ता
गुप्ता ने कहा, "सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा है कि हिंदू हमारी संस्कृति है और इसकी रक्षा करना हमारा कर्तव्य है। इससे परेशान रहने वाले देशद्रोही हैं। अगर किसी को भारत की संस्कृति से दिक्कत है तो वह देश छोड़ सकता है।"
उन्होंने कहा, "पुलिस ने झंडे हटाकर संविधान का अपमान किया है। पुलिस को कार्रवाई करने में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए थी। भगवा कोई आतंक का प्रतीक नहीं है। भगवा और हिंदुत्व की रक्षा करना कानून का अधिकार है।"
झगड़ा
रामनवमी पर हुआ था दो छात्र गुटों में झगड़ा
बता दें कि 10 अप्रैल की रात को AISA और ABVP के छात्रों के बीच भी हिंसक झड़प हुई थी। उस घटना में कई छात्रों को चोटें आई थी। AISA का आरोप था कि ABVP के सदस्यों ने कावेरी हॉस्टल में मांसाहारी खाना पकाने और परोसने से रोका था और मेस सचिव से मारपीट की थी।
ABVP का आरोप था कि रामनवमी पर कावेरी हॉस्टल में पूजा चल रही थी। उसी दौरान वामपंथी छात्रों ने उन पर हमला कर दिया।
चेतावनी
रजिस्ट्रार ने दी थी अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी
घटना को लेकर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला था। मामले में JNU प्रशासन ने रजिस्ट्रार द्वारा बयान जारी कर कहा था कि कैंपस में किसी भी रूप में हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। दोषियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
कुलपति शांतिश्री धूलिपुडी पंडित ने कहा था कि यूनिवर्सिटी में किसी भी छात्र पर भोजन का विकल्प नहीं थोपा जा सकता है। यह मौलिक अधिकार है।
केंद्र सरकार ने भी JNU प्रशासन से रिपोर्ट मांगी थी।