रंजन गोगोई ने अगले मुख्य न्यायाधीश के लिए की एसए बोबड़े के नाम की सिफारिश
क्या है खबर?
अगले महीने रिटायर हो रहे मुख्य न्यायाधीश (CJI) रंजन गोगोई ने केंद्र सरकार को अगले CJI के लिए न्यायाधीश एसए बोबड़े के नाम की सिफारिश की है।
गोगोई का कार्यकाल 17 नवंबर को खत्म हो रहा है। न्यायाधीश बोबड़े अयोध्या भूमि विवाद की सुनवाई कर रही CJI गोगोई के नेतृत्व वाली संवैधानिक पीठ का हिस्सा है।
बता दें कि संवैधानिक पीठ ने इस मामले की सुनवाई पूरी कर ली है और अगले महीने तक इसका फैसला आ सकता है।
न्यायाधीश एसए बोबड़े
2012 में बने थे सुप्रीम कोर्ट के जज
न्यायाधीश शरद अरविंद बोबड़े का जन्म नागपुर में हुआ था।
अप्रैल, 2012 में सुप्रीम कोर्ट के जज बनने से पहले जस्टिस बोबड़े मध्यप्रदेश हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रह चुके हैं।
जस्टिस बोबड़े ने नागपुर यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई की है। इन्होंने 1978 में वकालत करियर की शुरुआत की थी।
साल 2000 में न्यायाधीश बोबड़े को बॉम्बे हाई कोर्ट में एडिशनल जज नियुक्त किया गया था।
सुप्रीम कोर्ट में इनका कार्यकाल आठ साल का है।
जानकारी
सबसे वरिष्ठ जज बनते हैं CJI
सुप्रीम कोर्ट में यह परंपरा रही है कि रिटायर हो रहे CJI अपने उत्तराधिकारी के लिए उनके बाद सबसे वरिष्ठ जज का नाम सुझाते हैं। हालांकि, कुछ मौकों पर सबसे वरिष्ठ जज को नजरअंदाज कर दूसरे जजों को भी मुख्य न्यायाधीश बनाया गया है।
कार्यकाल
18 नवंबर को पद की शपथ लेंगे न्यायाधीश बोबड़े
देश के मुख्य न्यायाधीश के तौर पर गोगोई का कार्यकाल 13 महीने और 15 दिनों का है। उनके रिटायर होने के बाद जस्टिस बोबडे 18 नवंबर को CJI पद की शपथ लेंगे।
उनका कार्यकाल 18 महीने का होगा। नियमों के अनुसार, वरिष्ठता के आधार पर ही सुप्रीम कोर्ट में मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति की जाती है।
इस प्रक्रिया के तहत कानून मंत्री CJI की सिफारिश को प्रधानमंत्री के सामने रखते हैं। जो इस मामले में राष्ट्रपति को सलाह देते हैं।
जानकारी
पिछले साल अक्टूबर में CJI बने थे गोगोई
रंजन गोगोई ने 46वें CJI के तौर पर 3 अक्टूबर 2018 को शपथ ग्रहण की थी। वो अगले महीने की 17 तारीख को रिटायर हो रहे हैं। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने जम्मू-कश्मीर पर याचिकाएं, अयोध्या केस और NRC जैसे मामलों की सुनवाई की।