रेलवे पर भारी पड़ी युवती की जिद, इकलौती सवारी को लेकर रांची पहुंची राजधानी स्पेशल ट्रेन
झारखंड में रेलवे का एक ऐसा चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जिस पर आसानी से यकीन करना मुश्किल हो रहा है, लेकिन यह हकीकत है। दरअसल, दिल्ली-रांची राजधानी स्पेशल ट्रेन गुरुवार को महज एकमात्र युवती को लेकर 535 किलोमीटर का सफर करते हुए रांची पहुंची। यह सब रेलवे की मर्जी से नहीं, बल्कि युवती की जिद से हुआ है। युवती की जिद के आगे रेलवे अधिकारियों को झुकना पड़ा और उसके लिए डायवर्ट मार्ग से ट्रेन रवाना करनी पड़ी।
मुगलसराय से रांची के लिए ट्रेन में सवार हुई थी युवती
HT के अनुसार डालटनगंज रेलवे स्टेशन के प्रबंधक अनिल कुमार तिवारी ने बताया रांची निवासी अनन्या मुगलसराय स्टेशन से राजधानी स्पेशल में सवार हुई थी। वह B-3 कोच की 51 नंबर सीट पर बैठी थी। ट्रेन में कुल 930 यात्री थे। ट्रेन जब डाल्टनगंज पहुंची तो वहां टाना भगत का आंदोलन जारी था। रेलवे के अधिकारियों को लगा कि आंदोलन खत्म हो जाएगा और ट्रेन रात में रांची के लिए निकल जाएगी, लेकिन आंदोलन रात तक चलता रहा।
युवती ने कर दिया था बस में यात्रा करने से इनकार
आंदोलन के कारण ट्रेन को आगे नहीं बढ़ाया जा सका। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने यात्रियों को बसों से रांची भेजने तथा ट्रेन डालटनगंज में ही खड़ी रखने का निर्देश दिया। इसके बाद 929 यात्रियों को तो अलग-अलग बसों से रांची के लिए रवाना कर दिया गया, लेकिन अनन्या ने इनकार कर दिया। उसने कहा, "जाऊंगी तो राजधानी एक्सप्रेस से ही। यदि बस से जाना होता तो ट्रेन का टिकट क्यों लेती। टिकट राजधानी का है तो इसी से जाऊंगी।"
कार से जाने को भी तैयार नहीं हुई अनन्या
रेलवे अधिकारियों ने अनन्या को पर्सनल कार से रांची भेजने की भी ऑफर दिया था, लेकिन वह नहीं मानी और अपनी जिद पर अड़ी रही कि राजधानी एक्सप्रेस से ही रांची जाएगी। इसके बाद उसे ट्रेन से ही भेजने के आदेश दिए गए।
मार्ग परिवर्तित करने के कारण 535 किलोमीटर का सफर कर रांची पहुंची ट्रेन
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन द्वारा अनन्या को ट्रेन से ही भेजने के आदेश देने के बाद ट्रेन को मार्ग परिवर्तित करते हुए गया से गोमो व बोकारो होकर रांची के लिए रवाना किया गया। वैसे, डालटनगंज से रांची की दूरी 308 किलोमीटर है, लेकिन मार्ग परिवर्तन के कारण ट्रेन को 535 किलोमीटर का सफर करना पड़ा। ऐसे में यह ट्रेन अकेली अनन्या को लेकर रात करीब 01:45 बजे रांची स्टेशन पर पहुंची। इस घटना की जमकर चर्चा हो रही है।
सुरक्षा के लिए साथ में भेजे गए RPF के जवान और महिला कांस्टेबल
अनन्या के ट्रेन में अकेली यात्री होने के कारण रेलवे को उसकी सुरक्षा के लिए RPF के जवान और कुछ महिला कांस्टेबलों को भी उसके साथ रांची रवाना करना पड़ा। संभवत: यह पहला मौका है जब किसी एक यात्री के लिए ट्रेन चलाई गई हो।
वरिष्ठ मंडल वाणिज्यिक प्रबंधक ने दी मामले में सफाई
जहां इस घटना की चहुंओर चर्चा हो रही है, वहीं धनबाद के वरिष्ठ मंडल वाणिज्यिक प्रबंधक (DCM) एके पांडे ने अकेली युवती के आग्रह पर ट्रेन को रांची रवाना करने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि पूरी तरह से तकनीकी कारणों से राजधानी एक्सप्रेस को गया-गोमो-बोकारो होते हुए रांची रवाना किया गया था। इसमें किसी भी यात्री की मांग पर परिवर्तित मार्ग से खाली ट्रेन चलाने जैसी कोई बात ही नहीं है।