चीन से सीमा विवाद सुलझाने की बातचीत जारी, लेकिन हल होने की गारंटी नहीं- राजनाथ सिंह
क्या है खबर?
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार सुबह दो दिवसीय दौर पर लेह पहुंचे।
यहां चीन से सीमा विवाद सुलझाने के लिए हो रही बातचीत को लेकर उन्होंने कहा, "जो कुछ भी अब तक बातचीत की प्रगति हुई है, उससे मामला हल होना चाहिए। कहां तक हल होगा इसकी गारंटी नहीं दे सकता, लेकिन इतना यकीन मैं जरूर दिलाना चाहता हूं कि भारत की एक इंच जमीन भी दुनिया की कोई ताकत छू नहीं सकती, उस पर कोई कब्जा नहीं कर सकता।"
संबोधन
स्वाभिमान पर चोट बर्दाश्त नहीं करेगा भारत- राजनाथ
लेह के लुकुंग चौकी पर पहुंचे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत दुनिया का इकलौता देश है जिसने पूरी दुनिया को शांति का संदेश दिया है। भारत ने किसी देश पर कभी आक्रमण नहीं किया और न ही किसी देश की जमीन पर कब्जा किया। भारत ने वसुधैव कुटुम्बकम का संदेश दिया है।
उन्होंने कहा, "हम शांति चाहते हैं। यदि भारत के स्वाभिमान पर चोट पहुंचाने के कोशिश हुई तो हम ये बर्दाश्त नहीं करेंगे और मुंहतोड़ जवाब देंगे।"
दौरा
दो दिवसीय दौरे पर है राजनाथ सिंह
सीमा पर तनाव के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लद्दाख और जम्मू-कश्मीर की दो दिवसीय यात्रा पर हैं।
आज वह पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल विपिन रावत, सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे के साथ लेह पहुंचे। इसके बाद वह लद्दाख गए। लद्दाख में रक्षा मंत्री ने सेना के जवानों के साथ बात की।
यहां उन्होंने यह भी कहा कि बातचीत से विवाद को सुलझा लिया जाता है तो इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता है।
श्रद्धांजलि
शहीद जवानों को दी श्रद्धांजलि
जवानों को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा, "हाल ही में PP14 पर हिंसक झड़प के दौरान हमारे कुछ जवान शहीद हो गए। मैं यहां आप सभी से मिलकर खुश हूं, लेकिन उनकी शहादत से दुखी भी हूं। मैं उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।"
उन्होंने कहा, "हमें भारतीय सेना पर नाज है। मैं जवानों के बीच आकर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। हमारे जवानों ने शहादत दी है। इसका गम 130 करोड़ भारतवासियों को भी है।"
श्रीनगर
नियंत्रण रेखा पर हालातों की भी समीक्षा करेंगे राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री ने पेंगोंग झील के पास स्थित लुकुंग पोस्ट का भी दौरा किया है। यह झील की उत्तर-पश्चिम में फिंगर 4 इलाके से 43 किलोमीटर दूर स्थित है, जहां भारत और चीन के सेनाओं की पीछे हटने की प्रक्रिया जारी है।
लुकुंग पर भारतीय सेना और भारत तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) संयुक्त रूप से तैनात हैं।
यहां तैयारियों का जायजा लेने के बाद सिंह श्रीनगर जाएंगे, जहां वो नियंत्रण रेखा (LoC) पर हालातों की समीक्षा करेंगे।
जानकारी
पैरा ड्रॉपिंग और दूसरी सैन्य गतिविधियों का भी लिया जायजा
राजनाथ सिंह ने दौरे के दौरान स्टाकना पोस्ट पर पैरा ड्रॉपिंग और दूसरी सैन्य गतिविधियों का भी जायजा लिया। इसकी कुछ तस्वीरें उन्होंने ट्विटर हैंडल पर शेयर की हैं, जिन्हें आप नीचे देख सकते हैं।
ट्विटर पोस्ट
जवानों के बीच राजनाथ सिंह
RM with the troops who participated in the para dropping and other military exercise at Stakna. pic.twitter.com/mN67nsGiAh
— रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) July 17, 2020
कार्यक्रम
3 जुलाई को होना था राजनाथ सिंह का दौरा
चीन के साथ जारी सीमा विवाद के बीच राजनाथ सिंह का लद्दाख दौरा 3 जुलाई को निर्धारित था, लेकिन इसे आगे खिसका दिया गया।
3 जुलाई को प्रधानमंत्री मोदी सबको चौंकाते हुए लद्दाख स्थित अग्रिम पोस्ट नीमू पहुंचे थे।
यहां उन्होंने 11,000 फीट की ऊंचाई पर जवानों को संबोधित करते हुए बिना नाम लिए चीन पर निशाना साधते हुए कहा था कि विस्तारवाद का युग समाप्त हो चुका है। ये युग विकासवाद का है।