कोरोना वायरस संकट पर राहुल गांधी की रघुराम राजन से बातचीत, जानें चर्चा की बड़ी बातें
क्या है खबर?
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन से कोरोना वायरस और अर्थव्यवस्था पर इसके प्रभाव पर बातचीत की।
इस बातचीत में रघुराम राजन ने कहा कि कोरोना वायरस संकट के दौरान गरीबों की मदद के लिए 65,000 करोड़ रुपये की जरूरत है। उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था 200 लाख करोड़ रुपये की है और गरीबों की मदद के लिए इतने पैसे का इंतजाम किया जा सकता है।
बातचीत
संकट के बाद वैश्विक अर्थव्यवस्था में अहम भूमिका अदा करेगा भारत- राजन
लगभग 27 मिनट बातचीत की शुरूआत में राहुल गांधी ने राजन से कहा कि लोगों के दिमाग मौजूदा कोरोना वायरस संकट और अर्थव्यवस्थआ से संबंधित सवालों से भरे हुए हैं और उनसे बातचीत करके कुछ सवालों के जबाव दिए जा सकते हैं।
बातचीत के दौरान राजन ने कहा कि इस संकट के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था में हर चीज पर दोबारा विचार किया जाएगा और भारत इसमें दुनिया का नेतृत्व कर सकता है।
लॉकडाउन
राजन बोले- अब लॉकडाउन बढ़ाना साबित होगा विनाशकारी
लॉकडाउन पर राजन ने कहा कि अब लॉकडाउन बढ़ाने का भारत की अर्थव्यवस्था पर बहुत बुरा असर पड़ेगा। उन्होंने कहा, "दूसरा और तीसरा लॉकडाउन विनाशकारी होगा। इससे हमारी विश्वसनीयता कम होगी। हमें 100 प्रतिशत सफल होने की जरूरत नहीं है, ये संभव ही नहीं है। हमें दोबारा खुलने को मैनेज करना होगा।"
उन्होंने कहा, "भारत एक गरीब देश है और संसाधन कम हैं। हम ज्यादा लंबे समय तक लोगों को बैठाकर खिला नहीं सकते।"
रोजगार
रोजगार पैदा करना बेहद जरूरी- राजन
राजन ने कहा कि सरकार को गरीबों के बैंक खाते में सीधे पैसे ट्रांसफर, मनरेगा, वृद्धावस्था पेंशन और सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) आदि के जरिए गरीबों की आर्थिक मदद करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के आंकड़े चिंतनीय हैं और भारत में लगभग 10 करोड़ लोगों का रोजगान छिन सकता है।
उन्होंने कहा कि मध्य वर्ग और निम्न मध्य वर्ग पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ेगा और इसलिए उनके लिए निजी क्षेत्र में रोजगार के अच्छे अवसर पैदा करना जरूरी है।
बयान
"कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सामाजिक तालमेल जरूरी"
कोरोना के खिलाफ लड़ाई पर राजन ने कहा कि इसके लिए सामाजिक तालमेल बेहद जरूरी है और बड़ी चुनौतियों के वक्त मतभेद नहीं होेने चाहिए। उन्होंने कहा कि देश में रोजाना कोरोना वायरस के पांच लाख टेस्ट होने चाहिए।
रणनीति
हर हफ्ते ऐसी एक-दो चर्चा करेंगे राहुल गांधी
गौरतलब है कि कोरोना वायरस महामारी और लॉकडाउन के संकट से उबरने के लिए राहुल गांधी ने विभिन्न वैश्विक विशेषज्ञों से बातचीत की सीरीज शुरू की है। रघुराम राजन के साथ ये बातचीत इस कड़ी में पहली बातचीत थी।
वे हफ्ते में ऐसी एक-दो चर्चा करेंगे। अगली बातचीत में वे स्वीडन के एक वायरलॉजिस्ट से चर्चा कर सकते हैं।
इस सीरीज के जरिए कांग्रेस राहुल गांधी को देश में एक बड़े नेता के तौर पर स्थापित करना चाहती है।
जानकारी
कोरोना पर कांग्रेस की 11 सदस्यीय टीम में शामिल राहुल गांधी
कोरोना वायरस संकट पर सुझाव के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व में जो 11 सदस्यीय समिति बनाई है, राहुल गांधी उसका भी हिस्सा हैं। राहुल मध्य फरवरी से ही सरकार को कोरोना पर चेता रहे हैं।