पंजाब: बेअदबी के शक में निहंग सिख ने गुरुद्वारे में की युवक की हत्या, तनाव बढ़ा
क्या है खबर?
पंजाब के फगवाड़ा में मंगलवार सुबह एक निहंग सिख ने बेअदबी करने के शक में एक युवक की हत्या कर दी। यह हत्या उसने गुरुद्वारे में की।
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, रमनदीप सिंह नाम के निहंग ने घटना के बाद वीडियो अपलोड किया और हत्या की जिम्मेदारी ली।
आरोपी ने खुद को चौरा खूह गुरुद्वारा परिसर में बंद कर लिया है। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल पहुंच गया है।
पुलिस
सराफा बाजार के गुरुद्वारे की है घटना
पंजाब केसरी की रिपोर्ट के अनुसार, यह मामला फगवाड़ा के सराफा बाजार स्थित गुरुद्वारा साहिब का है। यहां देर रात एक व्यक्ति द्वारा बेअदबी की गई, जिस पर गुस्साएं निहंग सिख ने युवक को बेरहमी से हत्या कर दी।
तनाव को देखते हुए गुरद्वारे के आसपास भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिए गए हैं।
जालंधर और कपूरथला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और फगवाड़ा के पुलिस उपाधीक्षक के अलावा और भी कई बड़े अधिकारी मौके पर हैं।
बेअदबी
क्या है बेअदबी?
बेअदबी का मतलब किसी भी धार्मिक वस्तु या किसी धार्मिक ग्रंथ का अपमान करना, उसके साथ छेड़खानी करना या उसके खिलाफ अपशब्द बोलना है।
सिख धर्म में धार्मिक वस्तुएं जैसे गुरु ग्रंथ साहिब, निशान साहिब समेत पगड़ी, कृपाण या धार्मिक चीजों का अपमान करना या उनके साथ छेड़छाड़ करना या नुकसान पहुंचाने को बेअदबी कहा जाता है।
बेअदबी आरोपी शख्स के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) 295 और 295A के तहत मामले दर्ज होते हैं।
बेअदबी मामले
पहले भी हुई है ऐसी घटना
बता दें कि पिछले साल अप्रैल में रूपनगर जिले के मोरिंडा शहर में गुरुद्वारे में एक युवक ने 2 ग्रंथियों के साथ मारपीट के बाद गुरु ग्रंथ साहिब से बेअदबी की थी।
इसके खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन भी देखने को मिला था। पुलिस ने मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था।
18 दिसंबर, 2021 को अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में हुई बेअदबी की कोशिश की घटना ने पूरे पंजाब को झकझोर कर रख दिया था।
निहंग
कौन होते हैं निहंग सिख?
सिखों की धर्मरक्षक सेना को निहंग कहा जाता है, जिन्हें बनाने का श्रेय सिखों के 10वें गुरु गुरु गोविंद सिंह को दिया जाता है।
निहंग सिख अपने धर्म और मानवता की हिफाजत के लिए जाने जाते हैं।
आम सिखों से अलग यह हमेशा नीले रंग के कपड़ों में रहते हैं। नीला रंग बलिदान का प्रतीक होता है। यह अपने साथ भाला या तलवार रखते हैं। ये सिर पर लगभग एक फुट ऊंची नीली या केसरी पगड़ी बांधते हैं।