राष्ट्रपति को खून से खत लिखकर पंजाब की दो लड़कियों ने की न्याय की मांग
पंजाब के मोगा शहर की दो लड़कियों ने राष्ट्रपति कोविंद को खून से खत लिखा है। दोनों लड़कियों ने राष्ट्रपति से अपने खिलाफ दायर 'झूठे मामले' को लेकर मदद मांगी है। पत्र में लड़कियों ने कहा कि उनके खिलाफ शिकायत करने वाले लोग उन्हें कबूतरबाजी और धोखाधड़ी के मामले दर्ज करा उन्हें धमका रहे हैं। इस वजह से वह लगातार डर में जी रही हैं। आइये इस मामले के बारे में विस्तार से जानते हैं।
लड़कियों ने लगाया आरोप- झूठे मामले में फंसाया गया
दोनों लड़कियों ने न्याय न मिलने की स्थिति में पूरे परिवार के लिए इच्छामृत्यु की इजाजत भी मांगी है। समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए निशा और अमन जोत कौर ने बताया, "हमारे खिलाफ धारा 420 के तहत धोखाधड़ी और कबूतरबाजी के दो झूठे मामले दर्ज हैं। हमें इन मामलों में फंसाया गया है और हम पुलिस से मांग कर रहे हैं कि वह इन मामलों की जांच करे, लेकिन पुलिस हमारी बात नहीं सुन रही है।"
पुलिस ने किया आरोपों से इनकार
इस मामले में मोगा के DSP कुलजिंदर सिंह ने दोनों लड़कियों द्वारा पुलिस पर लगाए गए आरोपों से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि इन लड़कियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं और उनकी जांच जारी है। उन्होंने कहा, "दोनों लड़कियां मेरे पास आई थीं। उन्हें सिक्योरिटी के आधार पर चेक मिला था और दूसरी पार्टी ने उन्हें एजेंट बताते हुए केस दर्ज करा दिया कि उन्हें उनके बेटे को विदेश भेजने के लिए पैसा दिया गया है।"
पुलिस ने कहा- मामले की जांच जारी
DSP सिंह ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति को पत्र भेजने की बात सुनी है, लेकिन इस बारे में कोई आधिकारिक सूचना नहीं है। यह मामला जल्द ही सुलझा लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस मामले में देरी इसलिए हो रही है क्योंकि शिकायतकर्ता जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। उन्हें समन भेजे जाने के बावजूद वो पुलिस की मदद नहीं कर रहे हैं।
AMU के छात्रनेता ने लिखा था राष्ट्रपति को खून से पत्र
इसी साल जनवरी में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के छात्र नेता सोनवीर सिंह ने राष्ट्रपति को खून से खत लिखा था। इस खत में उन्होंने राष्ट्रवादी विचारधारा के छात्रों को सुरक्षा उपलब्ध कराने का आग्रह किया था।