सोनभद्र जमीन विवादः पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंची प्रियंका गांधी को पुलिस ने हिरासत में लिया
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में जमीनी विवाद को लेकर हुई हत्याओं के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पीड़ितों से मिलने वाराणसी पहुंची थीं।
यहां उन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। वाराणसी से सोनभद्र जाने के दौरान उन्हें वाराणसी-मिर्जापुर बॉर्डर पर रोक लिया गया था।
इसके विरोध में प्रियंका वहीं धरने पर बैठ गई थीं। इसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया प्रियंका ने कहा कि वह सरकार के आगे झुकने वाली नहीं हैं।
जानकारी
वाराणसी अस्पताल में घायलों से मिली प्रियंका
बुधवार को सोनभद्र के मूर्तिया गांव में जमीन विवाद को लेकर 10 लोगों की हत्या कर दी गई थी। इस विवाद में 28 लोग घायल हो गए थे। प्रियंका ने वाराणसी अस्पताल में भर्ती इन लोगों को हाल-चाल जाना था।
ट्विटर पोस्ट
हिरासत में लिए जाने के बाद प्रियंका ने कही यह बात
Priyanka Gandhi Vadra in Narayanpur on if she has been arrested: Yes, we still won't be cowed down. We were only going peacefully to meet victim families(of Sonbhadra firing case). I don't know where are they taking me, we are ready to go anywhere.' pic.twitter.com/q1bwkucl0g
— ANI UP (@ANINewsUP) July 19, 2019
विवाद
क्या था सोनभद्र में हुआ विवाद
बतौर रिपोर्ट्स, सोनभद्र के उभ्भा गांव में लगभग चार करोड़ रुपये की कीमत की 112 बीघा जमीन के लिए गांव के प्रधान और ग्रामीणों के बीच विवाद हो गया था।
इसमें 10 लोगों की जान चली गई। दरअसल, दशकों पहले इस गांव की 600 बीघा जमीन आदर्श वेलफेयर सोसायटी के नाम की गई थी।
इस जमीन पर सालों से ग्रामीण खेती करते आ रहे हैं। विरोध के बावजूद सोसायटी ने 112 बीघा जमीन प्रधान के नाम कर दी थी।
मुलाकात
ट्रामा सेंटर में जाना घायलों का हाल
पुलिस हिरासत में लिए जाने से पहले प्रियंका गांधी BHU के ट्रामा सेंटर में जाकर इस विवाद में घायल हुए लोगों का हाल-चाल जाना।
प्रियंका के दौरे को देखते हुए राज्य सरकार ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये थे। उन्हें अस्पताल के बैक गेट से एंट्री कराई गई।
प्रियंका ने घायलों से उनका कुशल-क्षेम जाना और उनकी मदद का आश्वासन दिया।
इस दौरान मीडिया को प्रियंका गांधी से दूर रखा गया। वो मीडिया से बात नहीं कर पाईं।
गिरफ्तारी
मामले में 29 लोग गिरफ्तार- योगी आदित्यनाथ
जानकारी के मुताबिक, ग्रामीण इस शिकायत को लेकर कमिश्नर कोर्ट जा रहे थे।
इसकी जानकारी पाकर गांव का प्रधान यज्ञदत अपने परिवार और लोगों के साथ आकर जमीन जोतने लगा।
यज्ञदत्त 32 ट्रैक्टरों में 60-70 लोगों के साथ पहुंचा था। इन लोगों के पास लाठी-डंडा, भाला, राइफल और बंदूक लेकर आए थे।
जब ग्रामीणों ने इसका विरोध किया तो उन्होंने गोलियां चला दी। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मामले में 29 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।