केंद्र का राज्यों को पत्र, कहा- वैक्सीनेशन में भिखारी और बेघरों को दें प्राथमिकता
कोरोना महामारी से निजात पाने के लिए सरकार प्रत्येक व्यक्ति को वैक्सीन लगाने पर जो दे रही है। इसके लिए कई तरह के जागरुकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं। इसी बीच केंद्र सरकार ने शुक्रवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र भेजकर अपने-अपने क्षेत्र में रहने वाले सभी भिखारी, बेघर और बेसहाराओं को वैक्सीनेशन में प्राथमिकता देने को कहा है। इसके अलावा इसके लिए विशेष नीति तैयार करने को भी कहा है।
राज्यों को है भिखारी और बेघरों के वैक्सीनेशन पर जोर देने की जरूरत- सरकार
इंडिया टुडे के अनुसार, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर कहा है कि वैक्सीनेशन के लिए राज्यों को कमजारे तबके पर फोकस करना चाहिए। इसमें भिखारी, बेसहारा और बेघर लोग शामिल है। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा तबका है जो वैक्सीनेशन के लिए खुद पंजीयन नहीं कर सकता है और न ही इनके पास वैक्सीनेशन के लिए आवश्यक संसाधन मौजूद हैं।
राज्य सरकार को वैक्सीनेशन के लिए मुहैया करानी चाहिए सुविधाएं
स्वास्थ्य सचिव भूषण ने पत्र में लिखा कि देश के इस तबके को वैक्सीन लगाने के लिए राज्य सरकारों को पहल करते हुए आवश्यक सुविधाएं मुहैया करानी चाहिए। उन्होंने राज्यों से कहा है कि इस तबके के लोगों के वैक्सीनेशन के लिए स्वयं सहायता समूह या फिर वॉलिंटियर्स की भी मदद ली जा सकती है। बता दें कि सरकार की यह सलाह गत 6 मई को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दी गई सलाह का ही अनुसरण है।
सुप्रीम कोर्ट ने दिया था केंद्र और दिल्ली सरकार को नोटिस
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने भी गत मंगलवार को भिखारियों और बेसहाराओं के पुनर्वास और वैक्सीनेशन को लेकर दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए केंद्र और दिल्ली सरकार को नोटिस जारी किया था। कोर्ट ने दोनों सरकारों से भिखारियों और बेसहाराओं के वैक्सीनेशन और पुनर्वास के लिए किए गए प्रयासों की जानकारी मांगी थी। हालांकि, उस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि वह भिखारियों के भीख मांगने पर रोक नहीं लगा सकता है।
भारत में यह है वैक्सीनेशन की स्थिति
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में अब तक वैक्सीन की 46,15,18,479 खुराकें लगाई जा चुकी हैं। बीते दिन 52,99,036 खुराकें लगाई गई थीं। इनमें 18 से 44 आयुवर्ग के 20.54 लाख लोगों को पहली और तीन लाख लोगों को दूसरी खुराक दी गई है। देश में मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में एक करोड़ से अधिक खुराक लगाई जा चुकी हैं। इनमें उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में चार करोड़ से अधिक खुराक दी गई है।