सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में पुलिस को मिली बड़ी सफलता, शूटर दीपक मुंडी सहित तीन गिरफ्तार
क्या है खबर?
पंजाबी गायक और कांग्रेस की टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ने वाले सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में पंजाब पुलिस को बड़ी सफलता मिली है।
पंजाब पुलिस ने दिल्ली पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों की मदद से हत्याकांड में शामिल छठे शूटर दीपक मुंडी सहित तीन आरोपियों को पश्चिम बंगाल-नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार किया है।
पंजाब के पुलिस महानिदेशक (DGP) गौरव यादव ने यह जानकारी दी है। इसे पुलिस के लिए बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।
ट्वीट
DGP ने ट्वीट कर दी जानकारी
DGP यादव ने ट्वीट कर आरोपियों की गिरफ्तारी की जानकारी दी है।
उन्होंने लिखा, 'एक बड़ी सफलता में पंजाब पुलिस ने केंद्रीय एजेंसियों और दिल्ली पुलिस के साथ एक संयुक्त अभियान में सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में फरार शूटर दीपक मुंडी और उसके दो सहयोगियों कपिल पंडित तथा राजिंदर जोकर को पश्चिम बंगाल-नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार किया है। मुख्यमंत्री भगवंत मान के निर्देश पर ड्रग्स और गैंगस्टरों के खिलाफ जंग में यह पुलिस की बड़ी जीत है।'
बयान
मूसेवाला पर गोलियां चलाने वालों में शामिल था दीपक- DGP
DGP यादव ने बताया कि दीपक मुंडी भी बोलेरो मॉड्यूल का शूटर था और उसने भी मूसेवाला पर गोलियां बरसाई थी। वहीं, कपिल पंडित और राजिंदर जोकर ने उसकी वारदात के बाद छिपने और हथियार मुहैया कराने में मदद की थी। खूफिया जानकारी के आधार पर चलाए गए संयुक्त ऑपरेशन में उन्हें गिरफ्तार करने में सफलता मिली है।
उन्होंने बताया कि पुलिस अब इस मामले में शामिल रहे अन्य आरोपियों का पता लगाने का प्रयास कर रही है।
मौत
पुलिस एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं दो शूटर
मूसेवाला की हत्या में कुल छह शूटर शामिल थे और कोरोला और बोलेरो कार में सवार होकर आए थे। बोलेरो कार में लीडर शूटर प्रियवर्त फौजी, अंकित सेरसा, कशिश उर्फ कुलदीप और दीपक मुंडी सवार थे और पुलिस ने अब चारों को पकड़ चुकी है।
इसी तरह कोरोला कार में सवार होकर आए शूटर जगरूप रूपा और मनप्रीत मन्नू को पंजाब पुलिस ने 20 जुलाई को अमृतसर के अटारी के पास भकना गांव में एनकाउंटर में मार गिराया था।
हिरासत
हिरासत में लिए जा चुके हैं लॉरेंस बिश्नोई का भाई और भांजा
मूसेवाला की हत्या की साजिश लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने रची थी और उसे कनाडा से गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने अंजाम दिया था। गोल्डी के साथ लॉरेंस का भाई अनमोल और भांजा सचिन थापन भी सक्रिय था।
सचिन को अजरबैजान और अनमोल को कीनिया में हिरासत में लिया जा चुका है। इन दोनों को भी भारत लाने की तैयारी चल रही है।
उनके आने के बाद पुलिस को वारदात की पूरी योजना की जानकारी हासिल करने में और मदद मिलेगी।
पृष्ठभूमि
29 मई को हुई थी मूसेवाला की हत्या
29 मई को मानसा जिले के जवाहरके गांव जाते वक्त सिद्धू मूसेवाला की हत्या कर दी गई थी। हमलावरों ने उन पर 30 राउंड गोलियां चलाई थी। मूसेवाला की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दोनों दोस्त घायल हो गए थे।
वारदात के बार गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी। बाद में जांच में सामने आया कि लॉरेंस ने अपने करीबी विक्की मिद्दूखेड़ा की हत्या का बदला लेने के लिए मूसेवाला की हत्या करवाई थी।
चार्जशीट
पुलिस ने चार्जशीट में शामिल किए 15 आरोपियों के नाम
इस मामले में पंजाब पुलिस ने 18 अगस्त को कोर्ट में चार्जशीट फाइल कर दी थी। इसमें 15 आरोपियों का नाम शामिल किया गया था।
जिनमें लॉरेंस बिश्नोई, जग्गू भगवानपुरिया, मनमोहन मोहना, दीपक टीनू, संदीप केकड़ा, अंकित सिरसा, प्रियव्रत फौजी, सचिन भिवानी, केशव, कशिश, मनप्रीत मनु और जगरूप रूपा के नाम शामिल था।
पुलिस ने हत्या का मास्टरमाइंड लॉरेंस बिश्नोई और जग्गू भगवानपुरिया को बताया गया था। इसके अलावा चार्जशीट में 40 से ज्यादा गवाहों के नाम भी शामिल थे।