एयर इंडिया-बोइंग समझौता: मोदी और जो बाइडन के बीच बातचीत, बोले- रोजगार के खुलेंगे अवसर
क्या है खबर?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ फोन पर बातचीत की और दोनों नेताओं ने एयर इंडिया और बोइंग के बीच हुए ऐतिहासिक समझौते का स्वागत किया।
दोनों नेताओं ने बातचीत में भारत-अमेरिका के बीच घनिष्ठ होती साझेदारी पर संतोष व्यक्त किया, जिसके परिणामस्वरूप सभी क्षेत्रों में मजबूत विकास हुआ है।
उन्होंने कहा कि यह समझौता दोनों देशों में रोजगार के नए अवसर पैदा करने में मदद करेगा।
समझौता
एयर इंडिया और बोइंग के बीच क्या समझौता हुआ है?
एयर इंडिया और बोइंग एक समझौते पर पहुंचे हैं, जिसके तहत एयरलाइन बोइंग से 34 अरब डॉलर (लगभग 2,817 अरब रुपये) में 220 विमान खरीदेगी। इन विमानों में 190 B737 MAX, 20 B787 और 10 B777X बोइंग विमान शामिल हैं।
इसके अलावा एयर इंडिया के पास 70 और विमान खरीदने का विकल्प होगा, जिससे कुल लेनदेन मूल्य 45.9 अरब डॉलर (लगभग 3,804 अरब रुपये) तक पहुंच सकता है।
बोइंग को दिया गया यह दूसरा सबसे बड़ा ऑर्डर है।
बयान
दोनों नेताओं ने समझौते को बताया ऐतिहासिक
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंगलवार को फोन पर प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति बाइडन के बीच गर्मजोशी से सार्थक बातचीत हुई। दोनों नेताओं ने एयर इंडिया और बोइंग समझौते को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि यह समझौते दोनों देशों में नए अवसर पैदा करने में मदद करेगा।
इसी बीच प्रधानमंत्री मोदी ने बोइंग और अन्य अमेरिकी कंपनियों को भारत में नागरिक उड्डयन क्षेत्र के विस्तार से पैदा होने वाले अवसरों का लाभ उठाने के लिए आमंत्रित किया है।
नौकरियां
10 लाख नौकरियों के पैदा होंगे अवसर- बाइडन
जो बाइडन ने बातचीत में कहा कि इस समझौते से अमेरिका के 44 राज्यों में 10 लाख नौकरियों के अवसर पैदा होंगे और वह प्रधानमंत्री मोदी के साथ मिलकर भारत-अमेरिका के बीच आर्थिक रिश्तों को और मजबूत करने और उन्हें आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा इस साझेदारी की प्राथमिकताओं के विस्तार के लिए क्वाड जैसे समूहों में दोनों देश एक साथ मिलकर कार्य करेंगे।
द्विपक्षीय सहयोग
भारत-अमेरिका के बीच द्विपक्षीय सहयोग मजूबत करने पर जोर
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों नेताओं ने हाल ही में वाशिंगटन डीसी में आयोजित क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजी (ICET) पहल की पहली बैठक का स्वागत किया और अंतरिक्ष, सेमी-कंडक्टर, आपूर्ति श्रृंखला, रक्षा सह-उत्पादन और द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने की गहरी इच्छा व्यक्त की है।
दोनों नेताओं ने G-20 की सफलता सुनिश्चित करने के लिए भारत की मौजूदा अध्यक्षता के दौरान संपर्क में बने रहने पर भी सहमति व्यक्त की है।