प्लेटफॉर्म टिकट की कीमत बढ़ाने पर रेलवे की सफाई, कहा- भीड़ रोकने के लिए किया निर्णय
क्या है खबर?
कोरोना वायरस महामारी के काल में रेलवे द्वारा प्लेटफॉर्म टिकटों की कीमतों में इजाफा किए जाने के मामले की इन दिनों सोशल मीडिया पर जमकर चर्चा हो रही है। विपक्ष इसको लेकर लगतार सरकार पर हमला बोल रहा है।
इसको देखते हुए रेलवे ने अब इस पर अपनी सफाई दी है। रेलवे का कहना है कि कोरोना महामारी के दौर में रेलवे स्टेशनों पर अनावश्यक भीड़ को रोकने के लिए प्लेटफॉर्म टिकटों की कीमत में इजाफा किया गया है।
प्रकरण
रेलवे ने कोरोना महामारी की शुरुआत में किया था कीमत बढ़ाने का निर्णय
HT के अनुसार रेलवे ने कोरोना महामारी की शुरुआत के बाद स्टेशनों पर भीड़ को कम करने के लिए करीब 250 स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म टिकट की कीमतें पांच गुना तक बढ़ाने का निर्णय किया था।
रेलवे ने इनका दाम 10 रुपये से बढ़ाकर 50 रुपये कर दिया है। इसके तहत पश्चिम रेलवे के सभी छह डिविजन मुंबई, वडोदरा, अहमदाबाद, राजकोट, रतलाम और भावनगर में प्लेटफॉर्म टिकट की दर बढ़ाई गई है। इसमें पुणे रेलवे स्टेशन भी शामिल हैं।
हमला
विपक्षी नेताओं ने सरकार पर बोला हमला
पुणे रेलवे स्टेशन पर प्लेटफॉर्म टिकट की कीमत 50 रुपये किए जाने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर सरकार पर हमला बोला हैं।
उन्होंने लिखा, 'कांग्रेस राज में तीन रुपये में मिलने वाला प्लेटफॉर्म टिकट भाजपा राज में 50 रुपये पर पहुंच गया है।'
उन्होंने दो फोटो भी शेयर की है। जिसमें एक फोटो दिसंबर 2011 की तीन रुपये वाले टिकट की और दूसरी फोटो अगस्त 2020 के 50 रुपये वाले टिकट की है।
सफाई
कीमत की बढ़ोतरी पर रेलवे ने दी यह सफाई
मामले में रेलवे की आरे से प्रवक्ता ने सफाई देते हुए ट्वीट किया, 'पुणे जंक्शन द्वारा प्लेटफॉर्म टिकट की कीमत 50 रुपये रखने का उद्देश्य अनावश्यक रूप से स्टेशन पर आने वाले लोगों पर रोक लगाना है।'
इसके अलावा इससे रेलवे स्टेशनों पर सोशल डिस्टैसिंग का भी आसानी से पालन कराया जा सकता है।
मालूम हो कि रेलवे प्लेटफॉर्म टिकट की दरों को कोरोना वायरस महामारी के शुरुआती दिनों से ही नियंत्रित करता आया है।
उपयोग
यह होता है प्लेटफॉर्म टिकट का उपयोग
बता दें कि प्लेटफॉर्म टिकट से आप दो घंटे तक प्लेटफॉर्म पर रह सकते हैं अर्थात आपको दो घंटे तक अपने परिजनों को प्लेटफॉर्म तक छोड़ने या उन्हें वहां से लेने की अनुमति मिलती है।
इसे आप ऑनलाइन UTS ऐप तथा टिकट खिड़की से ऑफलाइन खरीद सकते हैं। इसी तरह यदि आप जल्दबाजी में प्लेटफॉर्म टिकट पर ट्रेन में सफर करते हैं तो आपसे गंतव्य स्थल तक का ही किराया वसूल किया जाएगा। इससे आप जुर्माने से बच सकते हैं।