कोविन ऐप: वैक्सीनेशन का समय और स्थान चुन सकेंगे 50 साल से अधिक उम्र के लोग
क्या है खबर?
केंद्र सरकार ने फैसला लिया है कि उसके कोविन (Co-WIN) ऐप को 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए जल्द ही खोला जाएगा और वे इसके जरिए खुद से कोरोना वायरस वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे।
इतना ही नहीं, इन लोगों को अपना वैक्सीनेशन केंद्र और इसका समय चुनने का भी विकल्प दिया जाएगा। इसके लिए ऐप का दूसरा वर्जन लाया जाएगा जो GPS के जरिए काम करेगा।
प्लेटफॉर्म
क्या है कोविन ऐप?
कोरोना वैक्सीनेशन अभियान से संबंधित जानकारियों और डाटा को स्टोर करने और अभियान का व्यवस्थित तरीके से संचालन करने के लिए सरकार कोविन ऐप लेकर आई है।
इस पर वैक्सीनेशन के लाभार्थियों की जानकारी डाली जाती है और फिर उन्हें मैसेज भेजकर वैक्सीनेशन के समय और स्थान की जानकारी दी जाती है। किस व्यक्ति को कब वैक्सीन लगी, इसकी जानकारी भी इसी प्लेटफॉर्म पर रखी जाती है।
अभी तक इसे आम जनता के लिए नहीं खोला गया है।
बैठक
वैक्सीनेशन के दूसरे चरण के लिए ऐप को आम जनता के लिए खोला जाएगा
वैक्सीनेशन अभियान के दूसरे चरण में 50 साल से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाने की तैयारी कर रही सरकार ने अब कोविन ऐप को इन लोगों के लिए भी खोलने का फैसला लिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुख्य सचिव पीके मिश्रा ने बुधवार को कैबिनेट सचिव राजीव गौबा और स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण के साथ वैक्सीनेशन अभियान की समीक्षा की और इसी बैठक में यह फैसला लिया गया।
रिपोर्ट
आम जनता के लिए आएगा कोविन 2.0 वर्जन
एक शीर्ष सरकारी सूत्र ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि बैठक में कोविन ऐप के दूसरे वर्जन पर विचार विमर्श हुआ। उन्होंने कहा, "कोविन 2.0 एक हाइब्रिड मॉडल है जो लोगों (50 वर्ष से अधिक उम्र) को खुद से रजिस्टर करने और प्रोग्राम मैनेजर्स को चुनावी डाटा उपयोग करने की सुविधा प्रदान करेगा।"
उन्होंने कहा कि लाभार्थी कोविन 2.0 ऐप डाउनलोड कर सकेंगे और तथ्यों और डाटा को मतदाता सूची से मिलाकर प्रमाणित किया जाएगा।
सुविधा
खुद से वैक्सीनेशन केंद्र का चयन कर सकेंगे लाभार्थी
कोविन 2.0 का एक अहम फीचर यह होगा कि इसके जरिए लाभार्थी वैक्सीनेशन का समय और स्थान खुद से चुन सकेंगे।
सूत्र ने बताया, "सभी वैक्सीनेशन केंद्रों को GPS के जरिए कोविन सिस्टम में डाला जाएगा। जब कोेई लाभार्थी सिस्टम में लॉग-इन करेगा तो वह देख सकेगा कि कौन सा वैक्सीनेशन केंद्र उसके घर के पास है। लाभार्थी देख सकेंगे कि यह निजी या सरकारी अस्पताल है और वह फैसला ले सकेंगे कि वह कहां वैक्सीन लगवाना चाहते हैं।"
बयान
उम्र को भी अपडेट कर सकेंगे लाभार्थी
सूत्र ने बताया कि लाभार्थियों को ऐप पर अपनी उम्र अपडेट करने का विकल्प भी मिलेगा। इसके जरिए वह दावा कर सकेंगे कि वह 50 साल से अधिक उम्र के हैं और जिलाधिकारी मतदाता सूची से उनके इस दावे को सत्यापित करके अंतिम फैसला लेंगे।
वैक्सीनेशन केंद्र
चार-पांच गुना बढ़ाई जाएगी वैक्सीनेशन केंद्रों की संख्या- सूत्र
सूत्रों ने यह भी बताया कि वैक्सीनेशन के अगले चरण में वैक्सीनेशन केंद्रों की संख्या को चार-पांच गुना बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा, "अभी औसतन 8,000-10,000 केंद्रों पर रोजाना वैक्सीनेशन होता है और इसे बढ़ाकर 40,000-50,000 केंद्र किया जाएगा।"
उन्होंने कहा कि अभी मात्र 2,000 निजी अस्पतालों में वैक्सीनेशन हो रहा है और जल्द ही आयुष्मान भारत के अंतर्गत आने वाले सभी 12,000 निजी अस्पतालों में वैक्सीनेशन केंद्र बनाए जाएंगे। अन्य बड़े निजी अस्पतालों में भी केंद्र बनाए जाएंगे।
वैक्सीनेशन
देश में वैक्सीनेशन अभियान की क्या स्थिति?
वैक्सीनेशन अभियान की बात करें तो देश में अब तक 94,22,228 लोगों को कोरोना वैक्सीन की खुराक लगाई जा चुकी है। बीते दिन 4,22,998 लोगों को वैक्सीन लगाई गई।
अभी वैक्सीनेशन का पहला चरण चल रहा है और इसके तहत एक करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों और दो करोड़ फ्रंटलाइन कर्मचारियों को वैक्सीन लगाई जा रही है।
वैक्सीनेशन के दूसरे चरण में 50 साल से अधिक उम्र के 27 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी। यह चरण मार्च से शुरू हो सकता है।