वायुसेना प्रमुख- राफेल आने के बाद सीमा के पास आने की हिम्मत भी नहीं करेगा पाकिस्तान
भारतीय वायुसेना (IAF) प्रमुख बीरेंद्र सिंह धनोआ ने सोमवार को कहा कि राफेल विमान भारतीय उपमहाद्वीप में सबसे अच्छे लड़ाकू विमान होंगे और उनके आने के बाद पाकिस्तान नियंत्रण रेखा (LoC) और अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास आने की हिम्मत नहीं करेगा। अमेरिका द्वारा निर्मित चार चिनूक हेलीकॉप्टरों को वायुसेना में शामिल करने के लिए चंडीगढ़ में आयोजित हुए कार्यक्रम के मौके पर समाचार एजेंसी ANI से बात करते वक्त वायुसेना प्रमुख ने यह बात कही।
'पाकिस्तान के पास नहीं राफेल का कोई जवाब'
राफेल की क्षमताओं पर विशेष बातचीत करते हुए वायुसेना प्रमुख धनोआ ने कहा, "जब राफेल आएंगे तो वह हमारी हवाई सुरक्षा की क्षमता को कई गुना बढ़ा देंगे और पाकिस्तान सीमा या LoC के पास भी नहीं आएगा। हमारे पास ऐसी क्षमता आ जाएगी जिसका फिलहाल पाकिस्तान के पास कोई जवाब नहीं है।" बता दें कि फ्रांस से हुए 36 राफेल विमानों के सौदे का पहला विमान इसी साल सितंबर में भारत के पास पहुंचेगा।
भारतीय उपमहाद्वीप में सर्वश्रेष्ठ होगा राफेल- वायुसेना प्रमुख
वायुसेना प्रमुख ने जोर देकर कहा कि हथियारों की क्षमता के मामलों में यह भारतीय उपमहाद्वीप में सबसे बेहतर होगा। पड़ोसियों से तुलना करते हुए उन्होंने कहा कि अभी पाकिस्तान और चीन के पास जो विमान हैं, राफेल उनसे भी बेहतर साबित होगा। उन्होंने कहा, "हमें सितंबर में राफेल मिलेगा और इसके साथ ही हमारी क्षमताओं में जबरदस्त बढ़ोत्तरी होगी। ये हमारे दोनों विरोधियों (चीन और पाकिस्तान) के पास मौजूद विमानों से भी बेहतर है।"
चिनूक हेलीकॉप्टर को बताया गेम चेंजर
इस दौरान वायुसेना प्रमुख धनोआ ने चिनूक हेलीकॉप्टर की विशेषताओं के बारे में भी बताया और कहा कि ऊंचे इलाकों में यह हेलीकॉप्टर वायुसेना के लिए बेहद लाभदायक सिद्ध होंगे। उन्होंने कहा, "भारी वजन और अधिक सैनिकों को आसानी से ऊंचे इलाकों से दूसरे स्थान पर ले जाने की इसकी क्षमता गेम चेंजर है। अगर दुश्मन ऐसे किसी भी इलाके में हम पर हमला करता है तो हम तत्काल वहां सैनिक भेज सकते हैं।"
राजनीतिक लड़ाई का केंद्र बना हुआ है राफेल सौदा
पिछले कुछ महीनों से राफेल सौदा राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोपों का केंद्र रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सौदे में भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाते रहे हैं। उनका आरोप है कि भाजपा राफेल को कांग्रेस के मुकाबले ऊंची कीमत पर खरीद रही है। वहीं, भाजपा का कहना है कि उसने कांग्रेस से कम कीमत में विमान खरीदे हैं और अगर विमान पहले आ गए होते तो देश को पाकिस्तान के साथ हालिया तनाव में बेहद फायदा होता।