ओडिशा हिरासत में मारपीट मामला: निलंबित पुलिस अधिकारी का कराया जाएगा नार्को टेस्ट
ओडिशा में भुवनेश्वर जिले में एक सैन्य अधिकारी की मंगेतर के साथ हिरासत में कथित यौन उत्पीड़न और मारपीट मामले में पुलिस अधिकारी दीनाकृष्ण मिश्रा का नार्को टेस्ट कराया जाएगा। बताया जा रहा है कि मिश्रा ने खुद को निर्दोष बताते हुए नार्को एनालिसिस, पॉलीग्राफ और ब्रेन फिंगर प्रिंटिंग टेस्ट कराने की कोर्ट में याचिका दी है, जिसे मंजूरी मिल गई है। पुलिस अधिकारी मिश्रा का कहना है कि घटना के समय वह थाने में नहीं थे।
पुलिस कर्मियों को निलंबित किया गया
सैन्य अधिकारी की मंगेतर द्वारा पुलिस पर आरोप लगाने के बाद 5 लोगों को निलंबित किया गया था, जिसमें मिश्रा के अलावा एसएचओ, उपनिरीक्षक बैसालिनी पांडा, सहायक उपनिरीक्षक सलिलामयी साहू और सागरिका रथ और कॉन्स्टेबल बलराम हांडा शामिल हैं। मुख्यमंत्री मोहन माझी ने भी सेवानिवृत्त न्यायाधीश से न्यायिक जांच कराने के आदेश दिए हैं। मामले की जांच अपराध शाखा की टीम कर रही है।
क्या है पूरा मामला?
14 सितंबर को भुवनेश्वर में एक सैन्य अधिकारी और उनकी मंगेतर देर शाम अपने घर लौट रहे थे, तभी उनका कुछ लोगों ने पीछा किया। उनसे छेड़छाड़ और मारपीट की। महिला का आरोप है कि जब वह भरतपुर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराने गई तो उनके साथ मारपीट की गई। उनको एक कमरे में बंद कर दिया गया और उनके कपड़े उतारे गए। पुलिस का कहना है कि दंपति थाने में नशे में आए थे और तोड़फोड़ की थी।