देश में 100 रुपये के पार पहुंचा पेट्रोल, प्रधानमंत्री ने पूर्व सरकारों को ठहराया जिम्मेदार
अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगातार बढ़ती तेल की कीमतों ने पेट्रोल-डीजल के दामों में आग लगा दी। देश में गुरुवार को लगातार 10वें दिन पेट्रोल में 32 पैसे और डीजल में 34 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है। इसके चलते राजस्थान के श्रीगंगानगर के बाद अब मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में पेट्रोल के भाव 100 रुपये के पार पहुंच गए हैं। इसके बाद भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बढ़ोतरी के लिए पूर्व की सरकारों को जिम्मेदार ठहराया है।
दिल्ली में 85.20 रुपये प्रति लीटर पहुंचा पेट्रोल
दामों के इजाफा करने के साथ ही दिल्ली में प्रेट्रोल की कीमत 89.54 रुपये से बढ़कर 89.88 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गई है। इसी तरह डीजल के दाम भी 79.95 रुपये से बढ़कर 80.27 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गए हैं। इससे पहले दिल्ली में 6 जनवरी को हुई बढ़ोतरी के बाद पेट्रोल के दाम सबसे ऊपर पहुंचे थे। उस दौरान पेट्रोल पहली बार 84.20 रुपये प्रति लीटर पर पहुंचा था। उसके बाद से दामों में बढ़ोतरी जारी है।
देश के अन्य शहरों में यह है पेट्रोल-डीजल के दाम
मुंबई में पेट्रोल के दाम 32 पैसे बढ़कर 96.32 रुपये प्रति लीटर और डीजल 34 पैसे बढ़कर 87.32 रुपये प्रति लीटर हो गया है। कोलकाता में पेट्रोल 33 पैसे बढ़कर 81.11 रुपये और डीजल 32 पैसे बढ़कर 83.86 रुपये प्रति लीटर पहुंच गया हैं। चेन्नई में पेट्रोल 30 पैसे बढ़कर 91.98 रुपये और डीजल 30 पैसे बढ़कर 85.31 रुपये प्रति लीटर हो गया। इसी तरह बेंगलुरु में पेट्रोल 92.89 रुपये और डीजल 58.09 रुपये प्रति लीटर पहुंच गया है।
देश में यहां बिक रहा है सबसे महंगा पेट्रोल
कीमतों में इजाफे के बाद देश में सबसे महंगा पेट्रोल राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में बिक रहा है। यहां पेट्रोल की कीमत 100.49 रुपये प्रति लीटर और डीजल 92.47 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। इसी तरह मध्य प्रदेश के अनूपपुर में गुरुवार को नई कीमतों के साथ पेट्रोल की कीमत 100.25 रुपये प्रति लीटर और डीजल के दाम 90.69 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गए हैं। इससे क्षेत्र के लोगों में खासा रोष व्याप्त है।
23 दिन में 6.39 रुपये महंगा हुआ पेट्रोल
सरकारी तेल मार्केटिंग कंपनियों इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड (IOC), भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (HPCL) ने नए साल में 6 जनवरी से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में इजाफा करना शुरू किया था। उसके बाद से 18 फरवरी तक 23 बार तेल की कीमतों में इजाफा किया जा चुका है। ऐसे में 23 दिन में पेट्रोल के दामों में कुल 6.39 रुपये और डीजल में 6.74 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्व की सरकारों को ठहराया जिम्मेदार
पेट्रोल-डीजल की रिकॉर्ड तोड़ती कीमतों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मौजूदा हालात के लिए पूर्व सरकारों को जिम्मेदार ठहराया है। प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को तमिलनाडु की रामनाथपुरम-थुथुकुडी नेचुरल गैस पाइपलाइन के उद्धाटन के दौरान बिना पेट्रोल-डीजल के दामों की बढ़ोतरी का नाम लिए कहा कि यदि पूर्ववर्ती सरकारों ने ऊर्जा आयात की निर्भरता पर ध्यान दिया होता तो आज मध्यम वर्ग को ऐसी कठिनाई नहीं होती। क्या हमें आयात पर इतना निर्भर होना चाहिए?
भारत ने पिछले साल किया 85 प्रतिशत तेल का आयात- मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 2019-20 में भारत ने अपनी घरेलू मांगों को पूरा करने के लिए 85 प्रतिशत तेल और 53 प्रतिशत गैस का आयात किया था। वह किसी की आलोचना नहीं करना चाहते, लेकिन यह जरूर कहेंगे कि यदि इस विषय पर ध्यान दिया होता तो आप परेशानी नहीं होती। उन्होंने कहा कि सरकार ऊर्जा के अक्षय स्रोतों पर ध्यान केंद्रित कर रही है और 2030 तक देश में 40 प्रतिशत ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया है।
विपक्ष ने दामों में बढ़ोतरी के लिए सरकार को ठहराया जिम्मेदार
इधर, विपक्षी पार्टियां कीमतों में इजाफे के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहरा रही है। कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन भी किया है। कांग्रेस का कहना है कि अंतराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों में कमी केके बाद भी सरकार ने टैक्स और बढ़ा दिया था। बता दें कि देश में यदि 100 रुपये लीटर पेट्रोल मिल रहा है तो इसमें करीब 60 रुपये केंद्र और राज्य के टैक्स हैं। वहीं डीजल पर 54 फीसदी टैक्स होते हैं।