गुजरात: वडोदरा में खुले में मांसाहार और अंडे बेचने पर पाबंदी, मुख्य सड़कों से हटेंगे ठेले
क्या है खबर?
गुजरात के वडोदरा में अब मांसाहार और अंडे खुले में नहीं बेचे जा सकेंगे और उन्हें ढक कर रखना होगा। इसके अलावा इनके ठेलों को मुख्य सड़कों से हटाने का निर्देश भी दिया गया है।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वडोदरा नगर निगम जल्द ही इस संबंध में एक अभियान शुरू करेगी और नियमों का पालन न करने वाले दुकानदारों को दंडित किया जाएगा।
पालिका ने कहा कि खुले में मांसाहार बेचने से लोगों की आस्था को ठेस पहुंचती है।
आदेश
नगर निगम के चेयरमैन ने जारी किया आदेश
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, इन निर्देशों को वडोदरा नगर निगम की स्थायी समिति के चेयरमैन हितेंद्र पटेल ने मौखिक रूप से जारी किया है।
हालांकि स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट्स में कहा गया है कि इस आदेश को लेकर जमीनी स्तर पर कंफ्यूजन है और ये समझ में नहीं आ रहा कि इन्हें कैसे लागू किया जाए। इस संबंध में एक मार्गदर्शिका जारी किए जाने की बात भी सामने आई है।
बयान
पटेल ने ये बताया अपने निर्देश का उद्देश्य
पटेल ने अपने आदेश का उद्देश्य समझाते हुए मीडिया से कहा, "मैंने निर्देश दिया है कि खाने के सभी ठेले, खासकर जो मछली, मांस और अंडे जैसे मांसाहार बेचते हैं, उन्हें सुनिश्चित करना चाहिए कि सफाई को देखते हुए सभी खाने अच्छे से ढके होने चाहिए।"
ठेलों को रास्ते से हटाने पर उन्होंने कहा कि उन्हें रास्ते से हटाना इसलिए जरूरी है क्योंकि वे ट्रैफिक जाम पैदा कर सकते हैं।"
बयान
खुले में मांसाहार बेचने से आहत होती हैं धार्मिक भावनाएं- पटेल
अपने बयान में पटेल ने आगे कहा कि ठेले वालों को ये सुनिश्चित करना होगा कि राहगीरों को कोई भी मांसाहार न दिखे।
उन्होंने कहा, "इसका हमारी धार्मिक भावनाओं से संबंध है। सालों तक मांसाहार खुले आम बेचना भले ही आम प्रचलन रहा हो, लेकिन अब इसे बदलने का समय आ गया है।"
बता दें कि वडोदरा से पहले राजकोट में भी मांसाहार की बिक्री को कुछ तय इलाकों तक सीमित कर दिया गया है।
समस्या
देशभर में मांसाहार बेचने में हो रही हैं दिक्कतें
गौरतलब है कि देशभर के कई इलाकों में हालिया समय में मांसाहार की बिक्री पर तरह-तरह की पाबंदियां लगाई गई हैं और कई जगह तो दुकानदारों पर हमला भी हुआ है।
दिवाली के दिन ही राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बिरयानी बेचने वाले एक ठेले वालों की एक दक्षिणपंथी समूह के लोगों ने पिटाई की थी और उसकी दुकान को बंद करा दिया था। पहले भी इस तरह के हमले होते रहे हैं।