पंजाब विधानसभा स्पीकर, डिप्टी स्पीकर और मंत्रियों समेत नौ के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी
क्या है खबर?
पंजाब विधानसभा स्पीकर कुलतार सिंह संधवा और भगवंत मान कैबिनेट में मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर और लालजीत सिंह भुल्लर की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं।
दरअसल, पंजाब की एक अदालत ने इन तीन नेताओं समेत आम आदमी पार्टी (AAP) के कुछ विधायकों और कार्यकर्ताओं के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया है।
ये सभी नेता और कार्यकर्ता अगस्त, 2020 के एक मामले में अदालत में पेश नहीं हुए थे, जिसके बाद यह वारंट जारी किया गया है।
मामला
क्या है मामला?
तरनतारन के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट बगीचा सिंह ने मंगलवार को AAP नेताओं और कार्यकर्ताओं को गैर-जमानती वारंट भेजा है।
इन पर अगस्त, 2020 में जहरीली शराब के कारण अमृतसर और तरनतारन में हुई मौतों के खिलाफ जिला मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन करने के लिए आपदा प्रबंधन कानून की धारा 188 के तहत मामला दर्ज हुआ था।
पिछले दो सालों के दौरान कई बार पेशी पर हाजिर न होने के कारण अदालत ने अब इन्हें नया वारंट जारी किया है।
जानकारी
इन नेताओं के खिलाफ जारी हुआ वारंट
अदालत ने विधानसभा स्पीकर संधवा, डिप्टी स्पीकर जयकिशन रोड़ी, कैबिनेट मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर, हरभजन सिंह ईटीओ, गुरमीत सिंह मीत हेयर, विधायक दलबीर सिंह टौंग, मनजीत सिंह बिलासपुर, कुलवंत सिंह पंडोरी और पार्टी के एक कार्यकर्ता समेत कुल नौ लोगों के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया है।
इन्होंने 26 अगस्त को अदालत में याचिका दायर अनुपस्थित रहने की इजाजत मांगी थी, जिसे अदालत ने खारिज कर दिया। अब ये हाई कोर्ट जाने की तैयारी में लग गए हैं।
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AAP ने बड़े स्तर पर किए थे प्रदर्शन
अगस्त, 2020 के आसपास आम आदमी पार्टी ने पठानकोट, पटियाला, बरनाला, अमृतसर, तरनतारन और मोगा समेत कई जिलों में तत्कालीन कांग्रेस सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किए थे।
पार्टी ने जहरीली शराब के कारण हुई करीब 100 से अधिक मौतों पर सरकार को घेरते हुए इस मामले की हाई कोर्ट के सिटिंग जज से जांच करवाने की मांग की थी।
AAP का आरोप था कि कांग्रेस सरकार के कई मंत्री और विधायक नकली शराब के कारोबार में शामिल हैं।
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अवैध शराब का कारोबार रोकने के लिए सरकार गंभीर
दूसरी तरफ पंजाब की AAP सरकार अवैध शराब के कारोबार को रोकने के लिए कड़े कदम उठा रही है। मंगलवार को राज्य के आबकारी मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने बैठक कर अधिकारियों से अवैध शराब व्यापार के खिलाफ राज्यव्यापी अभियान चलाने को कहा है।
जानकारी
आबकारी विभाग ने की इस साल 2,700 छापेमारियां
चीमा ने बताया कि आबकारी विभाग ने इस जुलाई महीने तक 2,700 छापेमारियां और करीब 3,000 नाकेबंदी की है। इस दौरान पंजाब मीडियम शराब की 15,131, भारत में बनी विदेशी शराब की 7,917 बोतलें, बीयर की 2,596 बोतलें, रेडी टू ड्रिंक शराब की करीब 3,800 बोतलें और अवैध शराब की करीब 5,900 बोतलें बरामद की हैं।
उन्होंने बताया कि 320 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से करीब 80 प्रतिशत को दोषी ठहराया जा चुका है।