विक्टर एम्ब्रोस और गैरी रुवकुन को चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार, माइक्रो RNA की खोज की
विक्टर एम्ब्रोस और गैरी रुवकुन नाम के 2 वैज्ञानिकों को इस साल चिकित्सा क्षेत्र के नोबेल पुरस्कार से नवाजा गया है। उन्हें यह पुरस्कार माइक्रो RMA की खोज और पोस्ट-ट्रांसक्रिप्शनल जीन विनियमन में इसकी भूमिका के लिए दिया गया है। इस पुरस्कार के लिए स्वीडन के कैरोलिंस्का इंस्टीट्यूट मेडिकल विश्वविद्यालय की नोबेल असेंबली इन दोनों वैज्ञानिकों का चयन किया है। बता दें कि नोबेल पुरस्कार वैज्ञानिक जगत के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक हैं।
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नोबेल असेंबली ने जारी किया बयान
नोबेल असेंबली की ओर जारी बयान में कहा गया है, "वैज्ञानिक विक्टर एम्ब्रोस और गैरी रुवकुन ने माइक्रो RNA की खोज और जीन विनियमन में इसकी भूमिका के लिए फिजियोलॉजी या मेडिसिन में 2024 का नोबेल पुरस्कार दिया गया है।" असेंबली ने कहा, "विजेताओं ने छोटे RNA अणुओं के एक नए वर्ग की खोज की है, जो जीन विनियमन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस खोज ने जीन विनियमन के एक बिल्कुल नए सिद्धांत का खुलासा किया है।"
क्या हैं नोबेल पुरस्कार?
नोबेल पुरस्कारों की शुरुआत 1901 में हुई थी। ये पुरस्कार पिछले 12 महीनों में मानवता के लिए भलाई करने वाले और विज्ञान की दिशा बदलने वालों को सम्मानित करने के लिए दिया जाता है। ये पुरस्कार भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, चिकित्सा, साहित्य और शांति के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए हर साल दिए जाते हैं। सबसे पहले चिकित्सा पुरस्कार की घोषणा की जाती है। अर्थशास्त्र में भी नोबेल मेमोरियल पुरस्कार दिया जाता है, जो नोबेल पुरस्कार के समान है।