नित्यानंद ने लॉन्च किया 'रिजर्व बैंक ऑफ कैलासा'; उसके 'देश' में और क्या-क्या है?
क्या है खबर?
देश में कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है।
इसे देखते हुए गणेश चतुर्थी पर भी आयोजन की अनुमति नहीं मिली है, लेकिन हजारों किलोमीटर दूर खुद को संत बताने वाला नित्यानंद अपने अनुयायियों के साथ 'रिजर्व बैंक ऑफ कैलासा' के शुरू होने का जश्न मना रहा है।
भगौड़ा नित्यानंद रेप का आरोपी भी है। कैलासा नित्यानंद के 'देश' का नाम है, जहां वह खुद 'प्रधानमंत्री' बना हुआ है।
आइये, कैलासा के बारे में विस्तार से जानते हैं।
परिचय
नित्यानंद पर चल रहे हैं कई मामले
नित्यानंद खुद को संत बताता है और कर्नाटक में आश्रम चलाता था। मार्च 2010 में उसका तमिलनाडु की एक अभिनेत्री के साथ अंतरंग वीडियो सामने आया था।
दो साल बाद उस पर एक शिष्या से दुष्कर्म का आरोप लगा था। साल 2018 में कर्नाटक की ट्रायल कोर्ट ने उस पर आरोप तय किए थे।
18 नवंबर, 2019 को विवेकानंद नगर थाने में उसके खिलाफ महिला के साथ रेप का मामला दर्ज हुआ था। जिसके बाद वह फरार हो गया।
ठिकाना
इक्वाडोर का द्वीप खरीदकर वहां रह रहा नित्यानंद- रिपोर्ट्स
भारत से फरार होने के बाद नित्यानंद के ठिकाने के जानकारी नहीं है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वह इक्वाडोर का एक द्वीप खरीदकर उस पर रह रहा है। हालांकि, इक्वाडोर ने इन बातों का खंडन किया है।
वेबसाइट के मुताबिक, कैलासा एक 'राज्य रहित राष्ट्र' है, जिसे नई भौगोलिक सीमा की नहीं बल्कि प्रबुद्ध मानवता की विचारधारा के वैध प्रतिनिधि के तौर पर कूटनीतिक पहचान की जरूरत है।
तीन दिन पहले उसने बैंक के लॉन्च का ऐलान किया था।
कैलासा
किसी दूसरे देश में स्थापित होगा यह बैंक- नित्यानंद
नित्यानंद ने वीडियो जारी कर कहा था कि वह गणेश चतुर्थी के मौके पर रिजर्व बैंक ऑफ कैलासा और मुद्रा की शुरुआत करेगा।
नित्यानंद ने यह भी दावा किया था कि यह बैंक वेटिकन बैंक की तर्ज पर काम करेगा। साथ ही बैंक और 'देश' के लिए 300 पन्नों की आर्थिक नीति की भी तैयार की गई है।
नित्यानंद ने कहा कि यह बैंक खोलने के लिए उसने किसी दूसरे देश के साथ समझौता किया है।
वेबसाइट
कैलासा को बताया गया है 'महानतम हिंदू राष्ट्र'
पढ़ने में यह भले ही आपको मजाक लग रहा है, लेकिन भारत से भागने के बाद से ही नित्यानंद इस पर गंभीरता से काम कर रहा है।
उसके इस देश के बारे में पूरी जानकारी यहां टैप कर ली जा सकती है। अपनी वेबसाइट पर उसने अपने 'देश' को 'महानतम हिंदू राष्ट्र' घोषित किया हुआ है।
वेबसाइट के मुताबिक, कैलासा एक 'ई-नेशन' है और इसकी आबादी में 10 करोड़ 'आदी शिवा' और 200 करोड़ हिंदू हैं।
दावा
कैलासा का अपना राष्ट्रीय झंडा, निशान, पशु और फूल
वेबसाइट के मुताबिक, अंग्रेजी, संस्कृत और तमिल कैलासा की तीन भाषाएं हैं। सनातन धर्म यहां का राष्ट्रीय धर्म हैं। कैलासा का अपना राष्ट्रीय झंडा, निशान और पशु (नंदी) और फूल (कमल) भी है।
वेबसाइट बताती है कि कैलासा "राष्ट्र" सदियों से उत्पीड़न और अधीनता झेल रही प्रामाणिक हिंदू संस्कृति और सभ्यता की बहाली, संरक्षण और प्रसार के लिए समर्पित है।"
इस पर आगे लिखा है कि नित्यानंद 'दिव्य खजाना' है, जिसकी दुनिया को रक्षा करना चाहिए।
कैलासा
नित्यानंद की 'सरकार' में एक मंत्रालय और 16 विभाग
नित्यानंद ने अपने कथित 'देश' में सरकार भी बनाई है, जिसमें कम से कम एक मंत्रालय और 16 विभाग हैं।
इन विभागों में वाणिज्य, सूचना प्रसारण, स्वास्थ्य, वेदिक विज्ञान, धर्म और पूजा, मानव सेना, आवास और आंतरिक आदि शामिल है।
सिर्फ इतना ही नहीं, नित्यानंद ने संयुक्त राष्ट्र (UN) की तर्ज पर श्री कैलासा यूनाइटिंग नेशन्स की भी स्थापना की है।
उसने खुद से जुड़े 14 मंदिरों और संगठनों को 'कैलासा के आध्यात्मिक दूतावास और राज्य' घोषित कर दिए हैं।
सुविधाएं
कैलासा में दो यूनिवर्सिटी और एक गुरुकुल
अपने 'देश', 'सरकार' और 'संयुक्त राष्ट्र' के अलावा नित्यानंद ने कम से कम दो यूनिवर्सिटी स्थापित करने का भी दावा किया है।
वेबसाइट पर लिखा गया है कि कैलासा में दो यूनिवर्सिटी के अलावा एक गुरुकुल और स्वास्थ्य केंद्र भी हैं।
यह प्रोपेगेंडा फैलाने के लिए 'कैलासाज नित्यानंद टाइम्स', 'कैलासाज ग्लोबल टाइम्स' और 'कैलासा टीवी' जैसे मुखपत्र अखबार और टीवी चैनल भी चलाता है।
यह तथाकथित देश 'ई-पासपोर्ट' भी ऑफर कर रहा है