
दिल्ली: कपड़े के गोदाम में आग लगने से तीन बच्चों समेत नौ लोगों की मौत
क्या है खबर?
दिल्ली के किराड़ी इलाके में कपड़े के गोदाम में लगी आग से नौ लोगों की मौत हो गई और कम से कम 10 घायल बताए जा रहे हैं।
घायलों को इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह गोदाम तीन मंजिला इमारत के ग्राउंड फ्लोर पर बना था।
इमारत में आग बुझाने का कोई उपकरण नहीं था और बाहर निकलने के लिए केवल एक सीढ़ी बनी हुई है।
आइये, घटना के बारे में विस्तार से जानते हैं।
घटना
रविवार रात 12:30 बजे लगी आग
फायर ब्रिगेड के अधिकारियों ने बताया कि उन्हें रविवार रात लगभग 12:30 बजे किराड़ी के इंदर एनक्लेव में आग लगने की सूचना मिली।
सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की पांच गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाने का प्रयास किया।
अधिकारियों ने बताया कि कुछ ही देर में आग बुझा दी गई, लेकिन तब तक घटना में नौ लोगों की मौत हो चुकी थी।
सभी मृतक बिहार के रहने वाले थे और इनमें तीन बच्चे भी शामिल हैं।
ट्विटर पोस्ट
घटनास्थल पर मौजूद फायर ब्रिगेड अधिकारी
Delhi: Three people have died and 10 have been injured after a fire broke out in a cloth godown in Kirari at around 12:30 am, today. The fire has been doused and the injured have been admitted to hospital. pic.twitter.com/VDDQW0STAk
— ANI (@ANI) December 22, 2019
हादसा
आग की चपेट में आने से सिलेंडर भी फटा
गोदाम में लगी आग की वजहें सामने नहीं आ पाई हैं, लेकिन माना जा रहा है कि शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी।
50 गज जमीन पर बने मकान के ग्राउंड फ्लोर पर लगी आग की लपटें ऊपरी मंजिल तक पहुंच गई।
आग के कारण दूसरी मंजिल के किचन में रखे सिलेंडर भी ब्लास्ट हुआ और मकान का एक हिस्सा गिर गया।
आधी रात होने के कारण लोग गहरी नींद में थे और आग की चपेट में आ गये।
जानकारी
ये हैं हादसे में मारे गए लोगों के नाम
मृतक परिवार मूल रूप से बिहार के मधुबनी जिले के ब्रह्मपुर गांव के रहने वाला है। जान गंवाने वालों के नाम राम चंद्र झा, सुधिया देवी, संजू झा, उदय चौधरी, मुस्कान, अंजली, आदर्श, तुलसी है। एक महिला का पहचान होना अभी बाकी है।
पुरानी घटना
15 दिन पहले अनाज मंडी में लगी थी आग
दिल्ली में आग लगने की यह इस महीने की दूसरी बड़ी घटना है। इससे पहले 8 दिसंबर को दिल्ली में अनाज मंडी के रिहायशी इलाके में चल रही फैक्ट्री में आग लग गई थी।
इस कारण इमारत के अंदर सो रहे 43 लोगों की मौत हो गई थी। इनमें से 25 बिहार के रहने वाले थे।
जांच में सामने आया कि फैक्ट्री अवैध रूप से चल रही थी। घटना के बाद फैक्ट्री के मालिक को गिरफ्तार कर लिया गया था।