मुंबई: डिलीवरी बॉय ने अस्पताल में लगी भीषण आग से 10 लोगों की बचाई जान
बीते सोमवार को मुंबई के ESIC कामगार अस्पताल में आग लगने से आठ लोगों की मौत और 146 लोग घायल हो गए थे। अब इस हादसे में लोगों की जान बचाने वाले हीरो की कहानियां सामने आ रही हैं। डिलीवरी बॉय का काम करने वाले सिद्धू हुमानाबाड़े घटना के समय खाना डिलीवर करने गए थे। इसी दौरान उन्होंने देखा कि अस्पताल से आग की लपटें उठ रही हैं, इस हादसे में उन्होंने 10 लोगों की जान बचाई।
बिना अपनी परवाह किए बचाव कार्य में जुट गए थे सिद्धू
आग लगने के बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर मौजूद थी। सिद्धू आग देखते ही राहत कार्यों में जुटे लोगों के साथ लग गए। उन्होंने सीढ़ियों की मदद से आग में फंसे कई लोगों को बाहर निकाला। सिद्धू ने बताया कि वे फायर ब्रिगेड की सीढ़ियों की मदद से आग में घिरे लोगों तक पहुंचे और उन्हें बाहर निकालना शुरू किया। आग की लपटों और धुएं की बादल से घिरे रहने के बाद भी उन्होंने राहत कार्य जारी रखा।
शीशा तोड़कर मरीजों को बाहर निकाला
सिद्धू ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि वे सीढ़ियों की मदद से पांचवी मंजिल तक पहुंच गए, तब उन्हें पता चला कि खिड़की पर शीशा लगा हुआ है। उसके बाद उन्होंने पत्थर की मदद से शीशा तोड़ा और लोगों को बाहर आने में मदद की। उन्होंने बताया कि इस दौरान एक बुजुर्ग महिला सीढ़ियों से गिर पड़ी। उन्होंने कहा कि खिड़की में सीढ़ी रखी थी। जैसे ही महिला ने इस पर चढ़ने की कोशिश की, वो गिर पड़ी।
तीन घंटे तक जुटे रहे सिद्धू
अपनी जान की परवाह किए बगैर सिद्धू लगातार तीन घंटे तक लोगों को आग की लपटों से घिरे अस्पताल से बचाते रहे। इसके बाद उन्होंने बचाव कार्य में लगे फायरमैन से अपनी छाती में दर्द होने की शिकायत की। सिद्धू ने बताया कि उन्होंने मुंह पर रूमाल बांधकर बचने की कोशिश की, लेकिन यह नाकामयाब रही। इसके बाद दर्द बढ़ने पर उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है।
खतरे से बाहर है सिद्धू की हालत
सिद्धू का इलाज कर रहे डॉक्टरों ने बताया कि सिद्धू की हालत पहले से बेहतर है और वे जल्द ही ठीक हो जाएंगे। सिद्धू के भाई ने कहा कि जब उन्होंने देखा तब सिद्धू को सिलेंडर की मदद से ऑक्सीजन दी जा रही थी। खाना देने के लिए उनके मुंह में पाइप लगाई गई थी। उन्होेंने बताया कि सिद्धू हमेशा से लोगों की मदद करता रहा है। ऐसे में सिद्धू का यह कारनामा सुनकर उन्हें कोई अचंभा नहीं हुआ।
शॉर्ट सर्किट से लगी थी आग
मुंबई के अंधेरी स्थित ESIC कामगार अस्पताल में सोमवार को आग लग गई थी। इस हादसे में आठ लोगों की मौत हो गई थी। मृतकों में एक छह माह का बच्चा भी शामिल है। आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट बताई जा रही है। प्रशासन की तरफ से इस अस्पताल को अनापत्ति पत्र (NOC) नहीं मिला था। केंद्र सरकार की तरफ से मृतकों के परिवार को Rs. 10-10 लाख के मुआवजे का ऐलान किया गया था।