मुंबई पुल हादसा: अब तक क्या-क्या हुआ, जानें
मुंबई में गुरुवार शाम CST रेलवे स्टेशन के पास फुटओवर ब्रिज गिरने से छह लोगों की मौत और 30 से ज्यादा लोग घायल हो गए। यह हादसा गुरुवार शाम 7 बजे के करीब हुआ, जब लोग सड़क पर बने पुल को पार कर रहे थे। हादसे के वक्त पुल के नीचे भी कई गाड़ियां मौजूद थी। रेलवे और BMC पुल को एक-दूसरे के क्षेत्र में बताकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ने की कोशिश कर रही है।
हादसे की जांच की आदेश
देश में जैसा हर हादसे के बाद होता है वैसे ही इस हादसे की जांच के आदेश दिए जा चुके हैं। राज्य सरकार ने हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है। प्रधानमंत्री मोदी, रेल मंत्री पीयूष गोयल, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, सपा प्रमुख अखिलेश यादव और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत कई लोगों ने हादसे पर दुख व्यक्त किया है।
मामले पर राजनीति शुरू
शिवसेना के कब्जे वाली बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) का कहना है कि यह पुल रेलवे के अधीन आता है तो रेलवे का कहना है कि यह BMC के कार्यक्षेत्र में आता है। कांग्रेस ने इस मामले में रेलवे की लापरवाही बताते हुए रेल मंत्री पीयूष गोयल से इस्तीफे की मांग की है। मुंबई पुलिस ने इस हादसे में रेलवे और BMC, दोनों के अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
'कसाब पुल' के नाम से मशहूर था यह फुटओवर ब्रिज
CST रेलवे स्टेशन के पास बना यह पुल आजाद मैदान को CST से जोड़ता है। यह पूरा इलाका वर्ल्ड हेरिटेज साइट घोषित किया जा चुका है। 26/11 के हमले के वक्त कसाब समेत दूसरे आतंकियों ने इस पुल का इस्तेमाल किया था। तब से इसे 'कसाब पुल' के नाम से जाना जाने लगा है। गनीमत यह है कि हादसे के वक्त रेड लाइट की वजह से ट्रैफिक रूका हुआ था, नहीं तो यह हादसा और भी भयंकर हो सकता था।
लगभग 40 साल पुराना था पुल
यह पुल 1980 में बना था। लगभग 39 साल पुराने यह पुल ऑडिट में सुरक्षित बताया गया था। ऑडिट में पुल की मामूली मरम्मत का सुझाव दिया गया था। वहीं लोगों का कहना है कि चलते वक्त यह पुल हिलता था। कई बार प्रशासन ने इसकी शिकायत की गई थी, लेकिन प्रशासन ने लापरवाही बरतते हुए इस मामले में कोई ध्यान नहीं दिया। अब इस लापरवाही का खामियाजा 6 लोगों को अपनी जान देकर भुगतना पड़ा है।
भाजपा प्रवक्ता ने हादसे को बताया 'प्राकृतिक हादसा'
हादसे के बाद महाराष्ट्र भाजपा की प्रवक्ता संजू वर्मा का असंवेदनशील बयान सामने आया है। एक टीवी कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि मुंबई फुटओवर ब्रिज गिरना एक प्राकृतिक आपदा है। उन्होंने इस हादसे को लोगों की लापरवाही बताते हुए कहा कि लोगों को मालूम था कि फुटओवर ब्रिज पर काम चल रहा है इसके बावजूद लोग ब्रिज पर गए और यह हादसा हो गया। यह एक प्राकृतिक आपदा है।
पुल को पूरा गिराया गया
शुक्रवार सुबह प्रशासन ने इस पुल के बचे हुए हिस्से को भी गिरा दिया है। अब यह पुल पूरी तरह तोड़ दिया गया है। इसकी तस्वीरें आप नीचे देख सकते हैं।