PUBG खेलने के लिए नहीं मिला मोबाइल तो युवक ने लगाई फांसी
ऑनलाइन गेम PUBG पर पिछले कई दिनों से विवाद चल रहा है। देश के अलग-अलग हिस्सों से इस गेम पर बैन लगाने की मांग की जा रही है। इसी बीच मुंबई में PUBG खेलने के लिए मोबाइल के पैसे नहीं मिलने से आहत होकर एक युवक ने आत्महत्या कर ली। युवक के परिजनों ने उसे PUBG खेलने के लिए मोबाइल खरीदने के लिए पैसे नहीं दिये थे। इस बात से गुस्सा होकर युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
महंगा मोबाइल लाना चाहता था युवक
बतौर मीडिया रिपोर्ट्स, पुलिस अधिकारियों ने बताया कि युवक ने अपने परिजनों से मोबाइल लेने के लिए 37,000 रुपये की मांग की। उसके परिजन उसे 20,000 रुपये देने को तैयार थे, लेकिन वह इतने पैसों से नहीं मान रहा था। पैसे नहीं मिलने से दुखी होकर युवक ने किचन में पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने इसे दुर्घटनावश हुई मौत मानते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है।
लगातार उठती रही है PUBG पर बैन लगाने की मांग
देश के कई इलाकों में PUBG को बैन करने की मांग की जा रही है। कुछ दिन पहले गुजरात सरकार ने स्कूली बच्चों के PUBG खेलने पर रोक लगा दी थी। राज्य सरकार ने सभी जिला अधिकारियों को सर्कुलर जारी कर यह सुनिश्चित करने के आदेश दिए थे कि सभी स्कूलों में PUBG पर बैन होना चाहिए। इसमें कहा गया है कि बच्चों को PUBG की आदत लग रही है और इसका असर उनकी पढ़ाई पर पड़ रहा है।
बॉम्बे हाई कोर्ट में PUBG पर बैन की याचिका
बॉम्बे हाई कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर कर ऑनलाइन गेम PUBG पर रोक लगाने की मांग की गई थी। मुंबई के रहने वाले 11 वर्षीय अहद निजाम ने अपनी मां के जरिए यह याचिका दायर की है। याचिका में कहा गया है कि PUBG हिंसा, आक्रमकता और साइबर बुलिंग को बढ़ावा देता है। साथ ही कोर्ट से महाराष्ट्र सरकार को इस गेम पर बैन लगाने के लिए आदेश देने की अपील की गई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने भी किया था PUBG का जिक्र
असम की मधुमिता सेन गुप्ता ने 'परीक्षा पर चर्चा' कार्यक्रम में प्रधानमंत्री से पूछा था कि उनका बेटा पहले पढ़ाई में बहुत अच्छा था, लेकिन पिछले कुछ समय से ऑनलाइन गेम्स की ओर उसका झुकाव बढ़ गया है, जिसके कारण उसकी पढ़ाई पर फर्क पड़ रहा है। इस पर प्रधानमंत्री ने महिला से जैसे ही पूछा, PUBG वाला है क्या?, वहां पर मौजूद लोग जोर से हंसने लगे। उन्होंने कहा कि तकनीक ही समस्या है और तकनीक ही समाधान है।