आगरा: युवक की मौत के बाद लोगों ने मचाया बवाल, पुलिस चौकी को फूंका

आगरा में गुरुवार को लोगों की पुलिस के साथ झड़प हो गई। ये लोग पवन नामक एक युवक की मौत के बाद प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान भीड़ ने तोरा पुलिस चौकी को आग के हवाले कर दिया और वहां खड़े वाहनों को आग लगा दी। भीड़ ने पुलिसकर्मियों पर पथराव भी किया। बताया जा रहा है कि रेत से भरा ट्रैक्टर-ट्राली पलटने से पवन की मौत हुई थी। पुलिसकर्मियों ने बताया कि यह घटना ताजगंज इलाके की थी।
बताया जा रहा है कि पवन रेत का अवैध खनन करके ले जा रहा था। इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, आगरा के जिलाधिकारी प्रभु नारायण सिंह ने बताया कि यह घटना यमुना नदी के पास हुई। पहले यहां कानूनी तरीके से रेत का खनन होता था, लेकिन अब वह टेंडर खत्म हो गया। उन्होंने कहा, "हमने नए टेंडर के लिए निवेदाएं मांगी हैं, लेकिन आगे नहीं आया। आसपास के ग्रामीण और स्थानीय नागरिक अवैध खनन कर रहे हैं।"
सिंह ने आगे बताया, "गुरुवार सुबह 11 बजे एक युवक ट्रैक्टर से जोड़कर रेत से भरी ट्रॉली लेकर जा रहा था। युवक सही तरीके से ट्रैक्टर नहीं चला पा रहा था। जैसे ही पुलिस की गाड़ी उसके पास से गुजरी, उसने ट्रैक्टर की गति बढ़ा दी। जिस सड़क पर वह जा रहा था, वह ऊंचाई पर है। इस दौरान उसका नियंत्रण बिगड़ गया और ट्रैक्टर सड़क से खेतों में गिरकर पलट गया, जिससे उसकी मौत हो गई।
सिंह ने कहा कि स्थानीय लोगों ने सोचा कि उसकी मौत के पीछे पुलिस जिम्मेदार है। इसके बाद लगभग 250-300 लोग पुलिस चौकी के पास इकट्ठा हो गए और उसमें तोड़फोड़ कर आग लगा दी। जानकारी के मुताबिक, लगभग दो घंटे की कोशिश के बाद स्थिति पर काबू पाया जा सका। पुलिस का कहना है कि CCTV फुटेज के जरिये तोड़फोड़ और आगजनी करने वाले लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
वहीं घटना के बारे में बताते हुए आगरा रेंज के इंस्पेक्टर जनरल (IG) ए सतीश गनेश ने कहा कि दुर्घटना में युवक का ट्रैक्टर पलट गया। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया। उन्होंने आगे कहा कि कुछ असामाजिक तत्वों ने स्थानीय पुलिस चौकी में तोड़फोड़ और आगजनी की। उन्होंने चौकी के बाहर खड़े वाहनों में भी आग लगा दी। इसके बाद SSP समेत भारी पुलिसबल को मौके पर भेजा गया।