मिजोरम: छुट्टी पर था डॉक्टर, विधायक ने गर्भवती महिला का ऑपरेशन कर बचाई जान
मिजोरम में डॉक्टर से नेता बने विधायक जेडआर थियामसंगा ने मानवीय सेवा का अनूठा उदाहरण पेश किया है। चंपई जिले के अस्पताल में डॉक्टर के मौजूद नहीं होने पर थियामसंगा ने मसीहा बनकर खुद एक गर्भवती महिला का ऑपरेशन किया और उसकी डिलीवरी कराई। इससे प्रसूता और नवाजात शिशु की जान बच गई और दोनो स्वस्थ हैं। विधायक की ओर से आपातकाल स्थिति में उठाए गए इस कदम की चहुंओर प्रशंसा हो रही है।
छुट्टी पर था डॉक्टर और प्रसव पीड़ा में तड़प रही थी महिला
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार स्त्री और प्रसूती रोग विशेषज्ञ और विधायक थियामसंगा सोमवार को चंपई जिले में भूंकप प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने तथा कोरोना की स्थिति का जायजा लेने गए थे। इस दौरान उन्हें सूचना मिली की नगुर गांव में एक गर्भवती महिला दर्द से कराह रही है और उसमें खून की कमी भी है। इसके अलावा चंपई अस्पताल का डॉक्टर अवकाश पर है। स्थिति को भांपते हुए उन्होंने खुद महिला की डिलीवरी कराने का निर्णय किया।
विधायक ने दौरे के बीच अस्पताल पहुंचकर किया ऑपरेशन
विधायक थियामसंगा ने बताया कि महिला का नाम लालमहंगईहसंगी है। उसे सुबह 09:30 बजे चंपई अस्पताल बुलाया गया था। महिला की हालत बहुत गंभीर थी। उन्होंने तत्काल महिला का सिजेरियन ऑपरेशन करने का निर्णय किया और अन्य चिकित्साकर्मियों के साथ ऑपरेशन की तैयारी शुरू कर दी। कुछ देर बाद उन्होंने महिला का सफल डिलीवरी करा दी। इससे प्रसूता और उसके नवजात बच्चे की जान बच गई और दोनों अब पूरी तरह से स्वस्थ हैं।
परेशान लोगों की मदद करना हमारी जिम्मेदारी- विधायक
महिला की डिलीवरी के बाद विधायक थियामसंगा ने कहा, "यह हमारी जिम्मेदारी है कि कोई परेशानी में है तो उसकी तत्काल मदद की जाए।" थियामसंगा ने विधायक बनने के बाद भी अपनी प्रेक्टिस नहीं छोड़ी है और वह लोगों का इलाज करते रहते हैं।
विधायक थियामसंगा पहले भी कर चुके हैं लोगों की मदद
यह पहला मौका नहीं है जब थियामसंगा ने विधायक रहते लोगों की मदद की है। भारत-म्यांमार सीमा पर तैनात एक जवान की तबीयत खराब हो गई थी तब वह नदी पार करके कई किलोमीटर पैदल चलकर इलाज के लिए पहुंच गए थे। इसी तरह उन्होंने साहा जिले के दूरस्थ क्षेत्र में एक मजदूर महिला के प्रसव पीड़ा शुरू होने पर उसे अस्पताल पहुंचाने के लिए वाहन की व्यवस्था की थी। इससे महिला और उसके नवजात बच्चे की जान बची थी।
थियामसंगा ने MNF के टिकट पर जीता था चुनाव
बता दें कि पेशे से डॉक्टर थियामसंगा ने साल 2018 में मिजो नेशनल फ्रंट (MNF) के टिकट पर चुनाव लड़ा था और कांग्रेस के विधायक टीटी जोथानसंगा को हराया था। वर्तमान में वह मिजोरम स्वास्थ्य और परिवार कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष भी हैं।