कर्नाटक में दूध की भारी किल्लत, सरकार ने दाम न बढ़ाकर उठाया यह कदम
कर्नाटक में दूध की भारी किल्लत सामने आ रही है। इसके देखते हुए कर्नाटक सरकार ने दूध के दाम न बढ़ाकर अलग रास्ता अपनाया है और दूध की मात्रा कम कर दी। 'नंदिनी' ब्रांड के तहत दूध बेचने वाले कर्नाटक दुग्ध महासंघ (KMF) ने एक लीटर फुल-क्रीम दूध का पैकेट घटाकर 900 मिलीलीटर और आधा लीटर (500 मिलीलीटर) दूध का पैकेट घटाकर 450 मिलीलीटर कर दिया है। कीमतें नहीं बढ़ाई गईं और ये क्रमशः 50 और 24 रुपये ही रहेंगी।
दूध की आपूर्ति में 10 लाख लीटर प्रतिदिन की गिरावट
रिपोर्ट्स के मुताबिक, KMF ने लागत में वृद्धि की बजाय दूध आपूर्ति में कमी को देखते हुए यह कदम उठाया है। KMF ने जुलाई, 2022 के बाद दूध की खरीद में 10 लाख लीटर प्रतिदिन की गिरावट देखी है। 2021-22 में दूध का उत्पादन एक दिन में 84.5 लाख लीटर रहा था। यह पहली बार है जब पिछले पांच वर्षों में कर्नाटक में दूध उत्पादन में गिरावट देखी गई है। इसका कारण हरे चारे की अनुपलब्धता बताई जा रही है।