लखनऊ: साइकिल से छत्तीसगढ़ जा रहे प्रवासी दंपत्ति की दुघर्टना में मौत, दो बच्चे घायल
क्या है खबर?
कोरोना वायरस की रफ्तार पर ब्रेक लगाने के लिए देश में लागू लॉकडाउन ने प्रवासी मजदूरों की कमर तोड़कर दी है।
लॉकडाउन में नौकरी जाने के कारण इन मजदूरों के पास दो समय की रोटी खाने का भी पैसा नहीं बचा है। ऐसे में ये मजदूर जैसे-तैसे अपने घर जाने को मजबूर है।
इसी मजबूरी में एक मजदूर दंपत्ति बुधवार को लखनऊ से साइकिल पर छत्तीसगढ़ जाने के लिए रवाना हुआ, लेकिन रास्ते में दुघर्टना में उनकी मौत हो गई।
टक्कर
तेज रफ्तार वाहन ने मारी टक्कर
पुलिस उपायुक्त (DCP) सोनम बर्मा ने बताया कि मृतक मजदूर कृष्णा साहू और उसकी पत्नी प्रमीला है।
शाम को कृष्णा अपनी पत्नी और दो बच्चे चांदनी (4) और निखिल (3) को साइकिल पर बैठकर लखनऊ के जनकपुरी इलाके से छत्तीसगढ़ के लिए रवाना हुआ था।
सुशांत गोल्फ सिटी पुलिस स्टेशन क्षेत्र में शहीद पथ पर पीछे से आए तेज रफ्तार वाहन ने साइकिल को टक्कर मार दी। इसमें दोनों की मौत हो गई और बच्चे घायल हैं।
जानकारी
घायल अवस्था में सड़क पर बिलखते रहे बच्चे
DCP बर्मा ने बताया कि दुर्घटना में मजदूर दंपत्ति की मौत हो गई, लेकिन उसके दोनो बच्चे घायल अवस्था में सड़क पर बिलखते रहे। उसी दौरान वहां से गुजर रहे एक राहगीर ने पुलिस को सूचना दी। उसके बाद बच्चों को अस्पताल पहुंचाया गया।
मजदूरी
लखनऊ में मजदूरी करता था कृष्णा
DCP बर्मा ने बताया कि कृष्णा में लखनऊ में मजदूरी का काम करता था और अपना और अपने परिवार का पेट पालता था। लॉकडाउन के कारण उसे रोजगार मिलना बंद हो गया था। वह जनकपुरी इलाके की झुग्गी में रहता था।
उसके पास पैसे खत्म होने पर परिवार के सामने रोटी का संकट खड़ा था। ऐसे में उसने मजबूरन साइकिल से ही छत्तीसगढ़ स्थित अपने गांव जाने का निर्णय किया था, लेकिन उसका यह सफर आखिरी साबित हुआ।
अंतिम संस्कार
चंदा उगाकर किया कृष्णा और उसकी पत्नी का अंतिम संस्कार
DCP बर्मा ने बताया कि हादसे की सूचना पर कृष्णा के परिजन लखनऊ पहुंच गए थे। पुलिस ने उन्हें पोस्टमार्टम कराकर दोनों के शव सुपुर्द कर दिए थे।
परिजनों के पास ना तो उन्हें वापस घर ले जाने के पैसे थे और ना ही अंतिम संस्कार के लिए।
कृष्णा के भाई राजकुमार ने आस-पास के लोगों से 15,000 रुपये का चंदा उगाकर अपने भाई और उसकी पत्नी का अंतिम संस्कार किया। दोनों बच्चों की हालत स्थित बनी हुई है।
दुघर्टना
लॉकडाउन के दौरान देश में हुई 600 से अधिक दुर्घटनाएं
सेव लाइफ फाउंडेशन की ओर से गुरुवार को जारी की गई रिपोर्ट में बताया गया था कि 25 मार्च के बाद देश में कुल 600 सड़क दुघर्टनाएं हुई थीं। जिसमें कुल 140 लोगों की मौत हुई थीं। इनमें 42 प्रवासी मजदूर शामिल थे।
गुरुवार को औरंगाबाद में मालगाड़ी की चपेट में आने से 16 मजदूरों की मौत हो गई और लखनऊ में प्रवासी दंपत्ति की।
ऐसे में अब देश में दुघर्टना में मौत का आंकड़ा और बढ़ गया है।