तमिलनाडु: युवक ने घर जाने के लिए चुराई बाइक, दो सप्ताह बाद कोरियर से वापस भेजी
क्या है खबर?
लॉकडाउन के दौरान लोगों को अपने घर पहुंचने के लिए कई 'पापड़ बेलने' पड़े हैं। इनमें हजारों किलोमीटर की पैदल यात्रा से लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की संघर्षपूर्ण यात्राएं शामिल हैं।
इसी बीच तमिलनाडु के कोयंबटूर से ऐसी घटना सामने आई जिस पर आसानी से यकीन कर पाना मुश्किल है।
यहां एक शख्स ने घर पहुंचने के लिए पहले तो बाइक चुराई और फिर दो सप्ताह बाद उसे कोरियर के जरिए मालिक के पास वापस भेज दिया।
घटना
18 मई को घर जाने के लिए चुराई थी बाइक
पुलिस ने बताया कि तिरुवरूर जिले के मन्नारगुड़ी में पल्लापलायम गांव निवासी प्रशांत कुमार (30) कोयंबटूर की एक बेकरी में काम करता था। लॉकडाउन के कारण उसकी नौकरी चली गई और वह घर जाने की फिराक में था।
उस दौरान उसे कोई साधन नहीं मिला तो उसने कोयम्बटूर के सुल्लुर निवासी सुरेश कुमार (34) की एक बाइक चुरा ली।
इसके लेकर वह अपने गांव पहुंच गया, लेकिन बाद में उसने बाइक वापस भेजने का मन बना लिया।
जानकारी
बाइक के पंजीयन नंबर से निकाला मालिक का पता
पुलिस ने बताया कि घर पहुंचने के बाद प्रशांत से रहा नहीं गया और उसने पंजीयन नंबर के जरिए बाइक मालिक का पता हासिल कर लिया। इसके बाद उसने एक कोरियर कंपनी से संपर्क कर उस बाइक को वापस मालिक के पते पर भिजवा दिया।
पड़ताल
पुलिस से मदद नहीं मिलने पर सुरेश ने अपने स्तर पर की पड़ताल
बाइक मालिक सुरेश ने बताया कि बाइक चोरी होने के बाद उसने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस ने लॉकडाउन के बाद कार्रवाई करने की बात कही।
इसके बाद उससे रहा नहीं गया और उसने सारे रास्तों की CCTV फुटेज खंगालना शुरू कर दिया। इसमें प्रशांत उसे बाइक ले जाता हुआ दिखाई दे गया।
इसके बाद सुरेश ने वीडियो से उसकी फोटो को काटकर व्हॉट्सऐप पर डालना शुरू कर दिया और बाइक चोर का पता लगा लिया।
जानकारी
प्रशांत के कमरे पर जाने के बाद लगा उसके गांव जाने का पता
प्रशांत का पता हासिल करने के बाद सुरेश बाइक लेने के लिए उसके कमरे पर गया तो आस-पास के लोगों ने बताया कि लॉकडाउन के कारण वह अपने गांव चला गया है। इसके बाद सुरेश ने प्रशांत के गांव जाने की योजना बनाई थी।
फोन
कोरियर कंपनी के फोन आने पर रह गए चकित
बाइक मालिक सुरेश ने बताया कि जब वह प्रशांत के गांव जाने की योजना बना रहा था तो रविवार दोपहर उसके फोन पर एक कोरियर कंपनी का फोना आता है और उसे बाइक लेने के सूचना दी जाती है।
यह सूचना पाकर वह जब कोरियर ऑफिस जाता है तो वहां उसे उसकी ही बाइक मिलती है।
बाइक को देखकर वह बहुत खुश हो जाता है और उसे कोरियर कंपनी से छुड़वाकर वापस ले अपने घर ले आता है।
चपत
सुरेश को लगी 1,400 रुपये की चपत
सुरेश ने बताया कि प्रशांत ने बाइक 'पे एट डिलीवरी' के जरिए भेजी थी। ऐसे में जब वह बाइक लेने के लिए जाता है तो उसे कोरियर कंपनी को पैकेजिंग शुल्क के 1,400 रुपये देने पड़ते हैं।
सुरेश ने बताया कि वह महज 1,400 रुपये में अपनी बाइक को पाकर बहुत खुश है। उसने पुलिस थाने में भी बाइक मिलने की जानकारी दे दी है और अपनी रिपोर्ट को वापस ले लिया है।
पुराना मामला
पहले भी सामने आया था इसी तरह का मामला
बता दें कि गत 16 मई को राजस्थान के भरतपुर में मजदूरी करने वाले बरेली निवासी इकबाल खान ने अपने दिव्यांग बेटे को घर ले जाने के लिए सहनावली गांव से साहबसिंह नाम के शख्स की साइकिल चुरा ली थी।
इकबाल ने उसने साइकिल उठाते हुए उसके मालिक के नाम एक चिट्ठी लिखी और माफी मांगी थी। उसने चिट्ठी में लिखा, 'मैं आपकी साइकिल लेकर जा रहा हूं। हो सके तो मुझे माफ कर देना जी। आपका कसूरवार।