तेलंगाना: प्रेमिका की हत्या को छिपाने के लिए युवक ने कर दी नौ लोगों की हत्या
क्या है खबर?
तेलंगाना के वारंगल में गत सप्ताह एक कुएं में नौ लोगों के शव मिलने के बाद जहां लोग इसे सामूहिक आत्महत्या मानने लगे थे, वहीं पुलिस ने इस गुत्थी को सुलझाते हुए सनसनीखेज खुलासा किया है।
कुएं में जिन लोगों के शव मिले थे, उन्होंने आत्महत्या नहीं की बल्कि उनकी हत्या की गई थी।
ये हत्याएं बिहार के एक युवक ने अपनी प्रेमिका की हत्या को छिपाने के लिए की थी। पुलिस ने अब आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
शुरुआत
पुलिस ने गत सप्ताह कुएं से बरामद किए थे नौ लोगों के शव
गत गुरुवार और शुक्रवार को वारंगल पुलिस ने गोरेकुंटा गांव में स्थित एक कुएं से नौ लोगों के शव बरामद किए थे।
पुलिस ने गुरुवार को चार और शुक्रवार को पांच शव बरामद किए थे। इनमें छह शव एक ही परिवार के थे, जबकि एक शव बिहार और एक ओडिशा निवासी युवक का था।
परिवार के सदस्यों में पति, पत्नी, दो बेटे, एक बेटी और एक नवासा शामिल था। पुलिस ने जांच के लिए छह टीमें गठित की थी।
खुलासा
जांच में सामने आया आरोपी का नाम
वारंगल पुलिस आयुक्त डॉ वी रविंद्र ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी बिहार निवासी संजय कुमार (26) है।
उन्होंने बताया कि जब मामले की जांच शुरू की गई तो पता चला कि पास ही एक बोरे बनाने की फैक्ट्री है और ये शव इनमें काम करने वालू मजदूरों के हैं।
इस दौरान आरोपी संजय का नाम सामने आया। वह भी उसकी फैक्ट्री में काम करता था। उसे हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने वारदात करना स्वीकार कर लिया।
घटनाक्रम
आरोपी अपनी प्रेमिका की बेटी पर रखता था बुरी नजर
पुलिस आयुक्त ने बताया कि आरोपी संजय फैक्ट्री के पास किराए के कमरे पर रहता था। उसके पास ही पश्चिम बंगाल निवासी मकसूद उसकी पत्नी निशा सहित परिवार के छह सदस्य भी रहते थे।
इनके साथ बिहार और त्रिपुरा का एक-एक युवक भी रहता था। जांच में पता चला कि संजय के निशा की भतीजी रफीका (37) के साथ अवैध संबंध थे । इस दौरान संजय ने रफीका की बड़ी बेटी पर बुरी नजर डालना शुरू कर दिया।
जानकारी
रफीका ने संजय को दी थी पुलिस में शिकायत करने की धमकी
रफीका को जब पता चला कि उसकी बेटी पर संजय की बुरी नजर है तो उसने संजय को पुलिस ने शिकायत करने की धमकी दी थी। इसके बाद ही संजय ने रफीका की हत्या करने का मन बनाकर उसकी योजना तैयार की थी।
हत्या
शादी करने के बहाने ले जाकर की रफीका की हत्या
पुलिस आयुक्त ने बताया कि आरोपी संजय ने मकसूद को बताया कि वह रफीका से शादी करना चाहता है।
इसके लिए रफीका के परिजन से बात करने बंगाल जा रहा है। गत 7 मार्च को संजय और रफीका पश्चिम बंगाल जाने के लिए ट्रेन में चढ़े थे।
सफर में संजय ने रफीका को खाने में नींद की गोली मिलाकर दे दीं। रफीका के बेहोश हो जाने पर आरोपी ने उसका गला घोंट दिया और शव को ट्रेन से फेंक दिया।
शक
रफीका के वापस नहीं आने पर निशा को हो गया था संजय पर शक
पुलिस आयुक्त ने बताया वारदात के बाद जब संजय अकेला ही वापस वारंगल आया तो निशा ने उससे रफीका के बारे में पूछताछी की।
इसके बाद निशा ने पुलिस में मुकदमा दर्ज कराने की चेतावनी दी। इससे आरोपी डर गया और हत्या की साजिश रचने लगा।
आरोपी संजय 16 मई से 20 मई के बीच मकसूद के परिवार से मिलने आता रहा। इस दौरान उसे 20 मई को मकसूद के बड़े बेटे का जन्मदिन होने के बारे में पता चला।
नींद की गोलियां
आरोपी संजय ने जन्मदिन की पार्टी के खाने में मिलाई नींद की गोलियां
पुलिस आयुक्त ने बताया कि 20 मई को संजय बाजार से नींद की गोलियां लेकर मकसूद के घर पहुंच गया और तैयार खाने में नींद की गोलियां मिला दी। उस दौरान मकसूद का दोस्त शकील भी वहीं था।
आरोपी ने दूसरी मंजिल पर रहने वाले बिहार और ओडिशा के दो मजदूरों के खाने में भी गोलियां मिला दी।
रात को जब सभी लोग गहरी नींद में तो आरोपी ने उन्हें बोरे में भरकर कुएं में फेंक दिया।
जानकारी
आरोपी के खिलाफ जुटाए जा रहे हैं पुख्ता सबूत
पुलिस आयुक्त ने बताया कि आरोपी ने गंभीर अपराध किया है। आरोपी को इस संबंध में अधिक से अधिक सजा हो, इसके लिए उससे पूछताछ कर पुख्ता सबूत जुटाए जा रहे हैं। नींद की गोलियां बेचने वाले दुकानदार का भी पता लगाया जा रहा है।