उत्तर प्रदेश: बेटे की बुरी आदतों से परेशान था पिता, सुपारी देकर करवा दी हत्या
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले के सिम्भावली थाना क्षेत्र के गांव औरंगाबाद माधापुर के जंगल में दो दिन पहले कार में मिले युवक के शव के मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है।
पुलिस ने मामले में युवक के पिता सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। युवक की हत्या उसी के पिता ने अपने पड़ोसी को दो लाख रुपये की सुपारी देकर कराई थी। पुलिस ने आरोपियों से 1.30 लाख रुपये बरामद कर लिए हैं।
घटना
जंगल में कार में ड्राइवर सीट से बंधा मिला था युवक का शव
पुलिस अधीक्षक (SP) संजीव सुमन ने बताया कि 22 जुलाई की सुबह माधापुर के किसानों ने जंगल में एक कार में युवक का शव ड्राइवर सीट पर पड़ा देखा था।
युवक का गला धारदार हथियार से रेतने के बाद कपड़े से कार की ड्राइवर सीट से बांधा गया था।
पुलिस ने शव की शिनाख्त ऋषभ तोमर पुत्र कमल चंद तोमर निवासी गाजियाबाद के रूप में की थी।
शक
पिता के रिपोर्ट दर्ज नहीं कराने पर हुआ पुलिस को शक
TOI के अनुसार SP ने बताया कि मामले की जांच में पुलिस के शक की सुई मृतक के पिता कमल चंद तोमर पर ही टिकी थी।
इसका कारण था कि ऋषभ की मौत की खबर मिलने पर पिता कमल चंद परिवार के लोगों के साथ हापुड़ पहुंचा, लेकिन पुत्र की मौत का सदमा परिवार के किसी भी व्यक्ति के चेहरे पर नहीं दिख रहा था।
इसके अलावा वह मामला दर्ज कराए बिना शव ले जाने की मांग कर रहा था।
खुलासा
सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपी पिता ने स्वीकार किया गुनाह
SP ने बताया कि जांच के दौरान पुलिस ने कमल चंद और उसके परिवार के लोगों को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की। जिसके बाद कमल चंद ने पुत्र की हत्या का षडयंत्र रचने की बात स्वीकार कर ली।
उसने बताया कि पुत्र के उत्पीड़न से उसका परिवार त्रस्त हो चुका था। जिसके बाद उसने लोनी निवासी सन्नी उर्फ कमल पाल से संपर्क साधा। सन्नी ने न्यू भीमनगर निवासी प्रमोद को भी योजना में शामिल कर लिया।
जानकारी
हत्या के लिए पिता ने दी थी दो लाख रुपये की सुपारी
SP ने बताया कि कमल चंद ने बेटे की हत्या के लिए सन्नी और प्रमोद को दो लाख रुपये की सुपारी दी थी और गारंटी ली थी कि वह किसी भी हालत में ऋषभ को जिंदा नहीं छोड़ेंगे। इसके बाद उन्होंने वारदात को अंजाम दिया।
परेशानी
आरोपी पिता ने किया बेटे की प्रताड़नाओं का खुलासा
कमल चंद ने बताया कि ऋषभ को महंगी गाड़ी, कपड़े व मोबाइल फोन खरीदने का शौक था। वह शराब का आदी हो चुका था। साल 2012 से वह माता-पिता और छोटी बहन से मारपीट करता था।
उसने साल 2014 में दिल्ली के एक अस्पताल में उसका मानसिक इलाज भी कराया था। कुछ दिन पहले उसने लग्जरी कार खरीदी थी। अब वह दूसरी कार खरीदने की मांग कर रहा था। विरोध करने पर उसने माता-पिता को बेरहमी से पीटा था।
वारदात
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
कमल चंद ने बताया कि सन्नी 21 मई की शाम ऋषभ को कार में लेकर हापुड़ के लिए निकला। छिजारसी टोल पर लगे सीसीटीवी कैमरे से बचने के लिए सन्नी कार की पिछली सीट पर लेट गया।
हापुड़ से सन्नी ने प्रमोद को कार में बैठा लिया। जिसके बाद तीनों माधापुर जंगल पहुंचे। दोनों ने ऋषभ को जमकर शराब पिलाई।
ऋषभ के बेसुध होने पर प्रमोद ने उसे सीट से बांध दिया और शराब की बोतल तोड़कर गला रेत दिया।