महाराष्ट्र में प्रसाद खाने से करीब 300 लोग बीमार, सड़क पर चढ़ाई गईं बोतलें
क्या है खबर?
महाराष्ट्र के बुलढाना जिले में एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान प्रसाद खाकर करीब 300 लोग बीमार पड़ गए।
यह कार्यक्रम बुलढाना के लोनार स्थित सोमठाना गांव में 20 फरवरी को आयोजित किया गया था, जिसमें बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे।
स्थिति इतनी खराब हो गई कि मरीजों के लिए अस्पताल में जगह कम पड़ गई, जिसके बाद सड़क पर ही लोगों को बोतलें चढ़ाई गईं। फिलहाल प्रसाद को जांच के लिए भेज दिया गया है।
अस्पताल
क्या है मामला?
बुलढाणा जिला कलेक्टर किरण पाटिल ने न्यूज एजेंसी PTI को बताया कि यह घटना लोनार के सोमठाना गांव में एक सप्ताह तक चलने वाले धार्मिक आयोजन 'हरिनाम सप्ताह' के आखिरी दिन (20 फरवरी) रात को हुई।
कार्यक्रम के बाद रात 10 बजे प्रसाद लेने के लिए बड़ी संख्या में सोमठाना और पड़ोस के खापरखेड़ गांव के लोग पहुंचे थे। प्रसाद खाने के कुछ देर बाद ही लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी और पूरे गांव में अफरा-तफरी मच गई।
अस्पताल
करीब 400-500 लोगों ने खाया था प्रसाद
मामले की जानकारी पुलिस और प्रशासन को दी गई और मौके पर पहुंचकर पुलिस ने लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया।
स्थानीय प्रशासन के अनुसार, बीमार पड़े लोगों को बीबी ग्रामीण अस्पताल, मेहकर ग्रामीण अस्पताल, लोनार ग्रामीण अस्पताल, सुल्तानपुर और कुछ निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
एक स्थानीय ने कहा, "करीब 400 से 500 लोगों के बीच 'प्रसाद' वितरित किया गया था। कई लोगों ने फूड पॉइजनिंग की शिकायत की थी।"
इलाज
अस्पताल में कम पड़ी जगह, सड़क पर हुआ इलाज
मरीजों की भारी संख्या के चलते अस्पताल में बेड कम पड़ गए। नतीजतन ज्यादातर मरीजों का इलाज अस्पताल के बाहर सड़क पर करना पड़ा। डॉक्टरों ने पेड़ों से रस्सी बांध उन पर सलाइन की बोतलें लटकाईं।
इसकी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर सामने भी आए हैं।
जिला कलेक्टर पाटिल ने बताया कि सभी मरीजों की हालत स्थिर है और उनमें से ज्यादातर को छुट्टी भी दे दी गई है।
जानकारी
प्रसाद के नमूने जांच के लिए भेजे गए
कलेक्टर ने कहा, "डॉक्टरों की एक टीम को एंबुलेंस और अन्य आवश्यक उपकरणों के साथ तैनात किया गया है। प्रसाद के नमूने जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजे गए हैं और इसकी जांच की जाएगी।"
अधिक जानकारी
स्कूल में 107 छात्राओं को हुई थी फूड पॉइजनिंग
बता दें कि इससे पहले महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में स्थित एक आश्रम स्कूल की 107 छात्राओं को फूड पॉइजनिंग होने का मामला सामने आया था। इन सभी की तबीयत दोपहर का भोजन करने के बाद बिगड़ने लगी थी। स्कूल प्रबंधन ने इन सभी को छात्राओं को स्थानीय धानोरा ग्रामीण अस्पताल में भर्ती कराया था।
सूचना मिलते ही स्थानीय अधिकारी मौके पर पहुंचे थे। छात्राओं को फूड पॉइजनिंग कैसे हुई इसके जांच के आदेश दिए थे।