महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर भगदड़ में हुई मौत को सामान्य लिखवा रही पुलिस- रिपोर्ट
क्या है खबर?
प्रयागराज के महाकुंभ में 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर भगदड़ से हुई मौत को उत्तर प्रदेश की पुलिस सामान्य मौत लिखवा रही है।
इस बात की जानकारी टीवी9 भारतवर्ष ने दी है। वेबसाइट ने एक पत्र साझा कर दावा किया कि मध्य प्रदेश से आए एक परिवार ने पुलिस को पत्र में लिखकर दिया है कि उनके पारिवारिक सदस्य की मौत तबीयत खराब होने से हुई है।
पत्र अखाड़ा कुंभ मेला के प्रभारी निरीक्षक को लिखा गया है।
महाकुंभ
पत्र में क्या लिखा है?
ग्वालियर के थाना डबरा निवासी मान सिंह ने पत्र में बताया है कि उनके बुआ के लड़के 50 वर्षीय कामता प्रसाद अन्य लोगों के साथ 27 जनवरी को महाकुंभ में स्नान के लिए आए थे।
पत्र में बताया गया है कि इस दौरान वे महानिरवाणी अखाड़ा में रुके थे और यहीं पर उनकी तबीयत खराब हुई और अचानक मृत्यु हो गई, उनकी मौत 29 जनवरी को हुई है।
वेबसाइट का दावा है कि पुलिस ऐसे पत्र जबरन लिखवा रही है।
भगदड़
सरकार ने बताया 30 की मौत
महाकुंभ में बुधवार को तड़के 2 बजे मौनी अमावस्या पर स्नान के लिए संगम नोज जाने के लिए श्रदालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी और वे बैरियर तोड़कर आगे बढ़ गए।
तभी भीड़ एक-दूसरे पर चढ़कर आगे निकलने लगी और भगदड़ मच गई। सरकार ने भगदड़ के 12 घंटे बाद बताया कि हादसे में 30 की मौत हुई है, जबकि 90 लोग घायल हैं।
दैनिक भास्कर ने दावा किया है कि मृतकों की संख्या 30 से अधिक है।