मध्य प्रदेश: गो-तस्करी के आरोप में 25 लोगों की परेड, लगवाए 'गोमाता की जय' के नारे
देशभर में गाय और धर्म के नाम पर हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। ताजा मामले में मध्य प्रदेश के 100 से अधिक ग्रामीणों ने 25 लोगों को रस्सी से बांध कर उनकी 2 किलोमीटर दूर पुलिस स्टेशन तक परेड कराई। उन पर गायों को महाराष्ट्र ले जाने का आरोप है। इस दौरान ग्रामीण 'गोमाता की जय' के नारे लगाते रहे। घटना का वीडियो भी सामने आया है और ये सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
घुटनों पर बैठे पीड़ित दोहरा रहे है नारा
घटना रविवार को खंडवा जिले के खालवा थाना क्षेत्र के सांवलीखेड़ा गांव में हुई। गायों की तस्करी का आरोप लगाते हुए 100 से अधिक ग्रामीणों ने इन 25 लोगों को पकड़ लिया और उनके हाथ रस्सी से बांध दिए। वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि ग्रामीण 'गोमाता की जय' के नारे लगा रहे हैं और घुटनों पर बैठे पीड़ित नारा दोहरा रहे हैं। कुछ ग्रामीणों के हाथ में डंडे हैं और कुछ गालीगलौज कर रहे हैं।
वायरल हो रहा घटना का वीडियो
पीड़तों को रस्सी से बांधकर पुलिस स्टेशन ले गए ग्रामीण
ग्रामीण पीड़ितों को ऐसे ही परेड कराते हुए 2 किलोमीटर दूर खालवा पुलिस स्टेशन लेकर गए। थाने में इंस्पेक्टर हरिशंकर रावत ने समाचार एजेंसी PTI को बताया, "ग्रामीण गायों को ले जा रहे समूह को हमारे पुलिस स्टेशन पर लाए। हमने इस मकसद में प्रयोग किए गए 21 ट्रकों की जब्त कर लिया है। गायों को एक आश्रय घर भेज दिया गया है। वो गायों को मध्य प्रदेश के हरदा जिले से महाराष्ट्र ले जा रहे थे।"
पीड़ितों के खिलाफ बिना इजाजत पशु ले जाने के लिए मामला दर्ज
वहीं, SP शिव दयाल ने बताया, "हमने बिना इजाजत पशुओं को ले जाने के लिए उन लोगों पर केस दर्ज किया है। हमने उनके साथ मारपीट और बुरा सलूक करने वाले ग्रामीणों, जिनमें किसान भी शामिल हैं, के खिलाफ भी केस दर्ज किया है।"
गोरक्षा के नाम पर हिंसा रोकने के लिए कानून लाने जा रही है मध्य प्रदेश सरकार
ये घटना ऐसे समय पर हुई है जब पिछले महीने ही मध्य प्रदेश कैबिनेट ने गोरक्षा के नाम पर हिंसा को रोकने के लिए कानून में संशोधन के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। आज से शुरू हो रहे राज्य विधानसभा के सत्र में कमल नाथ सरकार गौवंश वध रोकथाम अधिनियम, 2004 में संशोधन बिल को ला सकती है। अगर ये बिल पास होता है तो मध्य प्रदेश गोरक्षा के नाम पर हिंसा पर कानून बनाने वाला पहला राज्य बन जाएगा।
चिंता का विषय है भीड़ का बढ़ता हिंसक स्वभाव
बता दें कि गोरक्षा और बीफ के नाम पर हिंसा के मामलों में पिछले कुछ सालों में वृद्धि हुई है। इसे देश में बढ़ती असहनशीलता और भीड़ की हिंसक मानसिकता से जोड़कर भी देखा जाता है। अखलाक और पहलू खान जैसे कई मामले ऐसे रहे थे, जिन्होंने देश की राजनीति में हलचल मचा दी थी। इसके अलावा व्हाट्सऐप अफवाहों, बच्चा चोरी और अन्य मामलों में मॉब लिंचिंग से भी भीड़ के बढ़ते हिंसक स्वभाव का पता चलता है।