दिल्ली: बीते दिन कोरोना वायरस के 613 नए मामले, पिछले दो महीनों में सबसे कम
देश की राजधानी दिल्ली में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 613 नए मामले सामने आए जो पिछले दो महीने में एक दिन में सामने आए सबसे कम मामले हैं। शहर की रिकवरी रेट भी बढ़कर 88 प्रतिशत के पार चली गई है। इन आंकड़ों पर संतुष्टि जाहिर करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि शहर में दूसरे लॉकडाउन की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि देश-विदेश में दिल्ली मॉडल की चर्चा हो रही है।
देश की रिकवरी रेट से 14 प्रतिशत अधिक दिल्ली की रिकवरी रेट
पिछले 24 घंटे में 613 मामलों के साथ दिल्ली में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 1,31,219 हो गई है। शहर में कोरोना के संक्रमण से 3,853 लोगों की मौत हो चुकी है जिनमें से 26 पिछले 24 घंटे में मरे। वहीं शहर में 1.16 लाख मरीज कोरोना वायरस को मात दे चुके हैं और शहर की रिकवरी रेट 88 प्रतिशत से ऊपर है जो देश की रिकवरी रेट (लगभग 64 प्रतिशत) से 24 प्रतिशत अधिक है।
केजरीवाल बोले- दिल्ली के दो करोड़ लोगों के कठिन परिश्रम के कारण सुधर रही स्थिति
स्थिति पर संतुष्टि जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "दिल्ली के दो करोड़ लोगों के कठिन परिश्रम और सतर्कता के कारण अब स्थिति सुधर रही है। दिल्ली मॉडल पर देश-विदेश में चर्चा की जा रही है।" उन्होंने कहा, "एक तरफ दुनियाभर में कोरोना के मामलों में उछाल आया है, दिल्ली में इनमें कमी आई है। 88 प्रतिशत मरीज ठीक हो चुके हैं और मात्र नौ प्रतिशत मामले सक्रिय हैं। लगभग 2-3 प्रतिशत मरे हैं।"
दिल्ली के अस्पतालों में 12,500 बेड खाली- केजरीवाल
केजरीवाल ने आगे कहा, "अभी दिल्ली के अस्पतालों में 15,500 बेडों की व्यवस्था है। अस्पतालों में अभी 2,800 मरीज बचे हैं और 12,500 बेड खाली हैं। जून में हम सबसे अधिक प्रभावित राज्यों की सूची में दूसरे स्थान पर थे। अब हम रोजाना सामने आ रहे मामलों की संख्या में देश में आठवें स्थान पर हैं।" बता दें कि कल दिल्ली सरकार ने पिछले एक महीने में मृत्यु दर में 44 प्रतिशत कमी आने की बात कही थी।
जून में खराब हो गई थी दिल्ली की स्थिति
दिल्ली में जून की शुरूआत में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ने लगे थे और अस्पतालों में बेडों की कमी होने लगी थी। इस दौरान मौतों की संख्या में भी उछाल आया। शहर में कोरोना वायरस मामलों का पीक 23 जून को आया, जब एक ही दिन में 3,947 नए मामले सामने आए। उस समय दिल्ली में मामलों की वृद्धि दर छह प्रतिशत थी, जो देश में सबसे अधिक थी। वहीं पॉजिटिविटी रेट 40 प्रतिशत तक पहुंच गई थी।
गृह मंत्री की दखल के बाद बेहतर होने लगी स्थिति
इसके बाद गृह मंत्री अमित शाह ने मामले में दखल दिया और दिल्ली सरकार के साथ मिलकर उन्होंने टेस्ट और बेडों की संख्या बढ़ाने समेत कई अहम फैसले लिए। इन फैसलों का असर जल्द ही देखने को मिला और जुलाई में दिल्ली में नए मामलों की संख्या नीचे आना शुरू हो गई। पिछले दो हफ्ते से रोजाना 1,000-1,500 मामले सामने आ रहे थे और ज्यादातर दिन नए मामलों की तुलना में ज्यादा मरीज ठीक हो रहे हैं।