कर्नाटक: नाबालिग लड़कियों के यौन उत्पीड़न के आरोप में लिंगायत मठ के महंत शिवमूर्ति मुरुग गिरफ्तार
क्या है खबर?
कर्नाटक के चित्रदुर्ग स्थित मुरुग मठ के महंत शिवमूर्ति मुरुग शरनारू को गुरुवार रात गिरफ्तार कर लिया गया है।
करीब एक सप्ताह पहले उनके खिलाफ दो नाबालिग छात्राओं का यौन उत्पीड़न करने का आरोप में FIR दर्ज हुई थी।
एक सप्ताह तक शरनारू के खिलाफ कोई कार्रवाई न होने के चलते पुलिस और सरकार की आलोचना हो रही थी। कई दलित संगठनों ने उनकी गिरफ्तारी की मांग करते हुए राज्य में विरोध-प्रदर्शन किए थे।
मामला
महंत के खिलाफ लगी हैं POCSO की धाराएं
26 अगस्त को मैसूर पुलिस ने महंत के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 376 और POCSO कानून के तहत मामला दर्ज किया था।
शिकायतकर्ता नाबालिग लड़कियों ने राज्य बाल कल्याण समिति के सामने बयान दिया था कि इस साल जनवरी से लेकर जून तक उनका यौन उत्पीड़न किया गया था। इसके बाद यह मामला चित्रदुर्ग पुलिस को सौंप दिया गया था।
नाबालिगों के बयान के आधार पर मैसूर जिला बाल सरंक्षक अधिकारी ने यह मामला दर्ज कराया है।
गिरफ्तारी
मठ से हुई गिरफ्तारी
चित्रदुर्ग के पुलिस अधीक्षक (SP) परशुराम के ने महंत की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा कि उनसे पूछताछ चल रही है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि महंत को रात 10 बजे के करीब उनके मठ से हिरासत में लिया गया था। यहां से उन्हें डिप्टी SP के कार्यालय ले जाया गया, जहां उन्हें आधिकारिक तौर पर गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने उनके खिलाफ पहले से ही लुकआउट नोटिस जारी किया हुआ था।
जमानत
अग्रिम जमानत की याचिका पर नहीं हुई सुनवाई
गिरफ्तारी की आशंका को देखते हुए महंत ने गुरुवार को अग्रिम जमानत के लिए याचिका लगाई थी, लेकिन इस पर सुनवाई नहीं हो पाई। अदालत ने शुक्रवार को इस पर सुनवाई की बात कही थी।
वहीं इस मामले में चुप्पी तोड़ते हुए महंत ने कहा था कि यह मामला उनके खिलाफ लंबे समय से चली आ रही साजिश का हिस्सा है। यह पहली बार नहीं है, जब उन्हें इस तरह के हालात का सामना करना पड़ रहा है।
जानकारी
प्रभावशाली लिंगायत समुदाय से जुड़े हैं शरनारू
कर्नाटक में लिंगायत समुदाय बेहद प्रभावशाली हैं और शरनारू इसी समुदाय के मठ के महंत है। राज्य के मौजूदा मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा इसी समुदाय से आते हैं। बीते रविवार को येदियुरप्पा ने महंत के खिलाफ लगे आरोपों को 'झूठा' करार दिया था।
कर्नाटक के बारे में कहा जाता है कि जिस पार्टी को लिंगायत समुदाय का समर्थन मिल जाता है, वही पार्टी राज्य में सरकार बनाती है।
जानकारी
राहुल गांधी ने किया था मठ का दौरा
राज्य में अगले साल चुनाव होने हैं और उससे पहले पार्टियों ने इस समुदाय को लुभाने के प्रयास शुरू कर दिए हैं। हाल ही में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इस मठ का दौरा किया था।