दलित कार्यकर्ता नवदीप कौर के साथ यौन उत्पीड़न के आरोप, हाई कोर्ट जाएंगे परिजन

सोनीपत के सेशन कोर्ट की तरफ से जमानत याचिका ठुकराए जाने के बाद जेल में बंद दलित कार्यकर्ता और मजदूर अधिकार संगठन की सदस्या नवदीप कौर के परिजनों ने हाई कोर्ट जाने का फैसला किया है। उनके परिजनों का कहना है कि वो उनकी रिहाई के लिए पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। वहीं उनकी बहन राजवीर ने आरोप लगाया है कि हिरासत में बंद नवदीप का यौन उत्पीड़न किया गया था।
केंद्र सरकार की तरफ से लाए गए तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में हिस्सा लेने आईं नवदीप कौर को 12 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी से पहले नवदीप मुखर होकर प्रदर्शनों में हिस्सा लेते हुए कृषि कानूनों की वापसी की मांग कर रही थीं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस ने नवदीप को हत्या का प्रयास जैसे आरोपों में गिरफ्तार किया है। अब तक दो बार उनकी जमानत याचिका खारिज हो चुकी है।
राजवीर ने बताया कि उनकी बहन के खिलाफ झूठे आरोप लगाए गए हैं। उन्होंने कहा, "नवदीप नवंबर से सिंघु बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रही थी। वह मजदूरों को उनकी दिहाड़ी दिलाने की लड़ाई भी लड़ रही थी। 12 जनवरी को पुलिस ने उसे कुंडली के पास स्थित एक फैक्ट्री के पास से उठाया था। जब मैंने उससे मुलाकात की तो उसने बताया कि पुलिसकर्मियों ने उसका यौन उत्पीड़न किया था।" नवदीप के वकील ने भी ऐसा ही बताया है।
नवदीप के वकील जितेंद्र कुमार ने कहा कि मेडिकल रिपोर्ट में नवदीप के शरीर और निजी अंगों पर घाव की जानकारी मिली है। इससे पता चलता है कि पुलिस हिरासत में उनके साथ यौन उत्पीड़न हुआ है।
पुलिस हिरासत में नवदीप के साथ कथित यौन उत्पीड़न की खबरें आने के बाद कई लोगों ने इसके विरोध में आवाज उठाई है। अमेरिकी उप राष्ट्रपति कमला हैरिस की भतीजी मीना हैरिस ने भी इस मामले में ट्वीट किया है। उन्होंने नवदीप की रिहाई की मांग करते हुए ट्विट पर लिखा कि उन्हें गिरफ्तार किया गया, प्रताड़ित किया गया और फिर उनके साथ यौन उत्पीड़न हुआ। आप उनका यह ट्वीट नीचे देख सकते हैं।
Weird to see a photo of yourself burned by an extremist mob but imagine what they would do if we lived in India. I'll tell you—23 yo labor rights activist Nodeep Kaur was arrested, tortured sexually assaulted in police custody. She's been detained without bail for over 20 days. pic.twitter.com/Ypt2h1hWJz
— Meena Harris (@meenaharris) February 5, 2021
दूसरी तरफ सोनीपत पुलिस ने नवदीप को 'अवैध हिरासत में रखने और उत्पीड़न' के आरोपों का खंडन किया है। पुलिस का कहना है कि गिरफ्तारी के बाद नवदीप के थाने के महिला प्रतीक्षालय में रखा गया था और वहां रहने के दौरान दो महिला पुलिसकर्मी उनके साथ मौजूद थीं। पुलिस ने यह भी कहा कि नवदीप ने लिखित में दिया है कि उनके साथ कोई उत्पीड़न नहीं हुआ है तो वो मेडिकल जांच नहीं करवाना चाहती।
पुलिस का कहना है कि नवदीप और मजदूर अधिकार संगठन के दूसरे कार्यकर्ता मजदूरों के बकाया वेतन के भुगतान का बहाना लेकर कुंडली की एक फैक्ट्री में 'अवैध वसूली' के लिए घुसने का प्रयास कर रहे थे। पुलिस का आरोप है कि जब अधिकारियों ने 'मध्यस्थता' कराने की कोशिश की तो संगठन के कार्यकर्ताओं ने लाठी और डंडों से उन पर हमला कर दिया, जिससे सात पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।