केरल की यह लड़की घोड़े पर सवार होकर जाती है स्कूल, जानिए वजह
क्या है खबर?
केरल की रहने वाली एक स्कूली लड़की कृष्णा को पिछले सप्ताह त्रिशूर की सड़कों पर एक घोड़े की सवारी करते हुए देखा गया था।
लड़की के कारनामे ने इंटरनेट पर तहलका मचा दिया।
कृष्णा ने ख़ुलासा किया कि वह कुछ ख़ास दिनों में ही घोड़े पर सवार होकर स्कूल जाती है।
हाल ही में जब उसे घोड़े की सवारी करते हुए देखा गया था, तो उस दिन उसकी दसवीं कक्षा की परीक्षा का अंतिम दिन था।
जानकारी
आनंद महिंद्रा ने की लड़की की सराहना
मनोज नाम के व्यक्ति ने लड़की का वीडियो शेयर किया था जिसको कोट करते हुए महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने लिखा, 'क्या कोई त्रिशूर में इस लड़की को जानता है? मुझे उसकी और उसके घोड़े की फोटो स्क्रीन सेवर के रूप में चाहिए।'
ट्विटर पोस्ट
ये लड़की मेरी हीरो है- आनंद महिंद्रा
Does anyone in Thrissur know this girl? I want a picture of her and her horse as my screen saver. She’s my hero..The sight of her charging to school filled me with optimism for the future... https://t.co/6HfnYAHHfu
— anand mahindra (@anandmahindra) April 7, 2019
बयान
मैं रोज़ाना घोड़े से स्कूल नहीं जाती- कृष्णा
कृष्णा ने घोड़े की सवारी पहली बार तब की थी, जब वह सातवीं कक्षा में थी।
ANI को उसने बताया, "मैं रोज़ाना घोड़े से स्कूल नहीं जाती। मैं घोड़े से किसी ख़ास दिन या जब बोर हो जाती हूँ, तभी जाती हूँ। इसके अलावा परीक्षा के दिनों में घोड़े से स्कूल जाती हूँ।"
कृष्णा ने आगे बताया, "अगर आप पूछेंगे कि उस दिन क्या ख़ास था, तो बता दूँ कि उस दिन मेरी 10वीं कक्षा की आख़िरी परीक्षा थी।"
ट्विटर पोस्ट
घोड़ा दौड़ाती लड़की का वीडियो
Brilliant! Girls’ education is galloping ahead...A clip that deserves to go viral globally. This, too, is #IncredibleIndia https://t.co/y1A9wStf7X
— anand mahindra (@anandmahindra) April 7, 2019
प्रेरणा
क्यों नहीं एक सामान्य लड़की कर सकती है घोड़े की सवारी
जब कृष्णा से पूछा गया कि घुड़सवारी ही क्यों?
इसके जवाब में उन्होंने कहा, "मेरे एक दोस्त ने कहा कि घुड़सवारी करना आसान नहीं है। लड़कियों के लिए ऐसा करना संभव नहीं।"
कृष्णा ने आगे कहा, "झाँसी की रानी जैसी महिलाओं के लिए यह संभव है, तो मैंने सोचा क्यों न एक सामान्य लड़की भी घोड़े की सवारी करे।"
उसके पिता ने उसे एक छोटा सफ़ेद घोड़ा दिया था। वर्षों के अभ्यास के बाद आज वह घुड़सवारी में माहिर है।