विज्ञान कांग्रेस में आंध्र यूनिवर्सिटी के VC बोले- कौरव थे टेस्ट ट्यूब बेबी
भारतीय विज्ञान कांग्रेस में दिया गया आंध्र यूनिवर्सिटी के वाइस-चांसलर जी नागेश्वर राव का बयान विवादों के घेरे में आ गया है। राव ने अपने बयान में कहा कि कौरव टेस्ट ट्यूब संतान थे। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि रावण के पास अलग-अलग आकार के 24 विमान थे और इनके लिए कई हवाई अड्डे भी थे। अपने बयान के समर्थन में उन्होंने रामायण और महाभारत का उदाहरण दिया। आइये जानते हैं उन्होंने और क्या-क्या कहा।
भगवान विष्णु के 'दशावतार' से जोड़ा डार्विन का सिद्धांत
उन्होंने चार्ल्स डार्विन के विकास के सिद्धांत को भगवान विष्णु के 'दशावतार' से जोड़कर पेश किया। राव ने कहा कि डार्विन ने पानी से जीवन का उद्गम बताया था और विष्णु का पहला अवतार भी मछली था। दूसरा अवतार कछुआ और तीसरा अवतार वराह (सुअर का सिर और मानव का शरीर) था। चौथा अवतार नरसिंह (शेर का सिर और मानव शरीर) और पांचवा अवतार वामन का था।
लवली प्रोफेश्नल यूनिवर्सिटी में किया जा रहा है भारतीय विज्ञान कांग्रेस का आयोजन
आंध्र यूनिवर्सिटी के वाइस-चांसलर जी नागेश्वर राव भारतीय विज्ञान कांग्रेस में ये सब बोल रहे थे। इस बार जालंधर स्थित लवली प्रोफेश्नल यूनिवर्सिटी में इस समारोह का आयोजन किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को इसकी शुरुआत की थी।
'सदियों से मिसाइल के बारे में जानते हैं भारतीय'
राव के मुताबिक लक्ष्य भेदने वाली मिसाइलें नई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि भगवान राम ने ऐसे अस्त्रों-शस्त्रों और विष्णु ने सुदर्शन चक्र का इस्तेमाल किया, जो लक्ष्यों को भेदकर वापस उनके पास आ जाते थे। उन्होंने कहा कि इससे पता चलता है कि हजारों साल पहले भी गाइडेड मिसाइल जैसी कई चीजें थे। रावण के बारे में उन्होंने कहा कि रावण के पास केवल पुष्पक नहीं बल्कि 24 अलग-अलग साइज के विमान और समुद्री जहाज थे।
'कौरव थे टेस्ट ट्यूब बेबी'
महाभारत का जिक्र करते हुए उन्होंने पूछा कि एक महिला के लिए अपने जीवन में 100 बच्चों को जन्म देना कैसे संभव है। उन्होंने कहा, "महाभारत में कहा गया कि 100 अंडों को निषेचित किया गया और 100 घड़ों में रखा गया। क्या वे टेस्ट ट्यूब शिशु नहीं थे? इस देश में स्टेम सेल शोध हजारों साल पहले हो गया था। आज हम स्टेम सेल शोध की बात करते हैं।"