कर्नाटक में एक जून से खुलेंगे सभी धार्मिक स्थल, मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने किया ऐलान
कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सरकार ने 25 मार्च से लागू लॉकडाउन में सभी धार्मिक स्थलों को भी बंद कर दिया था। वर्तमान में तेजी से बढ़ते संक्रमण के को देखते हुए धार्मिक स्थलों का खोले जाने की उम्मीद कम है। इसी बीच कर्नाटक सरकार ने एक जनू से धार्मिक स्थलों को फिर से खोलने का मन बनाया है और मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने इसका ऐलान भी कर दिया है। इससे श्रद्घालुओं में खुशी की लहर है।
मुख्यमंत्री ने किया यह ऐलान
कर्नाटक के मुख्यमंत्री येदियुरप्पा बुधवार को कहा कि राज्य में 31 मई के बाद से सभी मंदिर, मस्जिद और चर्चों को आम जनता के लिए फिर से खोल दिया जाएगा। श्रद्घालु पहले की तरह मंदिरों में पूजा कर सकेंगे, लेकिन उन्हें सोशल डिस्टैंसिंग सहित अन्य नियमों का पालन करना होगा। उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थलों के संचालन को लेकर एक विस्तृत गाइड लाइन तैयार की जाएगी। सभी लोगों को उस गाइड लाइन का पालन करना होगा।
मुख्यमंत्री ने लिखा था प्रधानमंत्री को पत्र
इससे पहले मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने प्रदेश में सभी धार्मिक स्थलों को खोले जाने की अनुमति देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भी लिखा था। उन्होंने कहा था कि धार्मिक आस्था को देखते हुए धार्मिक स्थलों को खोलने की अनुमति दी जानी चाहिए।
राज्य मंत्री के मंदिर खोले जाने की घोषणा पर हुआ था विवाद
इससे पहले मंगलवार को राज्य के मंत्री कोटा श्रीनिवास पुजारी ने घोषणा की थी कि कर्नाटक सरकार ने 1 जून से प्रदेश के सभी मंदिरों को खोलने का फैसला किया है। इसे लेकर जल्द ही गाइडलाइंस जारी की जाएगी। लोगों को SOP का पालन करना होगा। इसके बाद कर्नाटक कांग्रेस के विधायक एनए हैरिस ने आरोप लगाया है कि कर्नाटक सरकार सांप्रदायिक राजनीति कर रही है। केवल मंदिर ही क्यों मजिस्द और चर्च भी खोले जाने चाहिए।
आज से शुरू हुई 52 मंदिरों की ऑनलाइन बुकिंग
कर्नाटक सरकार की ओर से धार्मिक स्थलों को खोलने का फैसला करने के बाद राज्य में बुधवार से 52 मंदिरों में ऑनलाइन सेवा बुकिंग शुरू कर दी गई है। वहीं, 31 मई तक मंदिरों को खोलने को लेकर सभी तैयारियां कर ली जाएंगी। जल्द ही सरकार द्वारा मंदिरों के लिए गाइडलाइंस जारी की जाएंगी, जिसका पालन सभी को करना होगा। दरअसल मंदिरों के पुजारी और भक्त मंदिर खोलने की मांग कर रहे थे, जिसके बाद यह फैसला लिया गया है।
नहीं आयोजित किए जा सकेंगे मेले और कार्यक्रम
मंत्री पुजारी ने साफ किया कि मंदिर पूजा और दैनिक संस्कार के लिए खुलेंगे। इसके अलावा मंदिरों में मेले और कार्यक्रमों की अनुमति नहीं दी जाएगी। राज्य में 34 हजार से अधिक मंदिर मुजरई विभाग के तहत आते हैं। अधिकारियों ने कहा है कि विभाग एक मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) तैयार कर रहा है। धार्मिक स्थलों के फिर से खुलने के बाद लोगों को इन सभी नियमों का पालन करना होगा। नहीं करने पर कार्रवाई की जाएगी।
कर्नाटक में 2,282 हुई कोरोना संक्रमितों की संख्या
बता दें कि कर्नाटक में मंगलवार को 100 नए मामले सामने आने के बाद कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 2,282 पहुंच गई है। इसी तरह इनमें से अब तक 44 लोगों की मौत हो गई और 722 उपचार के बाद ठीक हो चुके हैं।