कमलेश तिवारी हत्याकांड: सूरत से पकड़े गए आरोपियों ने कबूला गुनाह, DGP बोले- आतंकी कनेक्शन नहीं
उत्तर प्रदेश पुलिस ने शुक्रवार को हुए कमलेश तिवारी हत्याकांड को सुलझाने का दावा किया है। पुलिस ने कहा कि इस हत्याकांड की साजिश सूरत में रची गई। उत्तर प्रदेश पुलिस प्रमुख ओपी सिंह ने कहा कि संदिग्धों से पूछताछ में पता चला है कि साजिश के पीछे कमलेश तिवारी का विवादित बयान मुख्य वजह है। ANI के मुताबिक, गुजरात ATS के DIG हिमांशु शुक्ला ने कहा कि हिरासत में लिए तीनों आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है।
मिठाई के डिब्बे से मिला सुराग- DGP
उत्तर प्रदेश के DGP सिंह ने कहा कि साजिश रचने के आरोप में मुफ्ती नईम काजमी और मौलाना अनवारुल हक को हिरासत में लिया गया है। गौरतलब है कि अनवारुल ने 2015 में कमलेश तिवारी का सिर कलम करने वाले को 51 लाख रुपये इनाम में देने की घोषणा की थी। DGP ने बताया कि मिठाई के डिब्बा आरोपियों को दबोचने में मददगार साबित हुआ था। बता दें, हमलावर मिठाई का डिब्बा लेकर कमलेश के दफ्तर में आए थे।
आरोपियों ने गुनाह कबूला- गुजरात ATS
आरोपियों ने कबूला गुनाह- गुजरात ATS
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुजरात ATS भी इस मामले की जांच में जुटी है। गुजरात ATS ने शुक्रवार रात सूरत से तीन लोगों को हिरासत में लिया था। ATS के DIG ने जानकारी दी कि तीनों आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल लिया है।
ये है तीनों आरोपियों की पहचान
शनिवार को मामले को लेकर हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिंह ने कहा कि मिठाई के डिब्बे से सुराग मिलने के बाद उन्होंने गुजरात के DGP से बात की थी। जिस दुकान से ये मिठाईयां खरीदी गईं, उसके आसपास की CCTV फुटेज से एक संदिग्ध व्यक्ति फैजान युसुफ भाई की पहचान की गई। उन्होंने बताया कि गुजरात में हिरासत में लिए गए आरोपियों की पहचान मौलाना मोहसिन शेख सलीम, फैजान और रशीद अहमद खुर्शीद अहमद पठान के तौर पर हुई है।
घटना का आतंकी संगठन से कोई संपर्क नहीं- DGP
DGP सिंह ने जानकारी दी कि ये तीनों व्यक्ति हत्या की साजिश में शामिल रहे हैं। इसके अलावा पूछताछ और दूसरे सबूतों की जांच के आधार पर पता चला है कि लखनऊ के दो अभियुक्त इस घटना में शामिल हैं। उनकी तलाश जारी है। DGP ने इस मामले का किसी भी आतंकी संगठन से कनेक्शन होने की बात से इनकार किया। उन्होंने काह कि मामले का किसी आतंकी संगठन से संपर्क नहीं पाया गया है, फिर भी जांच जारी है।
शुक्रवार को गला रेतकर की गई थी तिवारी की हत्या
हिंदू महासभा के पूर्व नेता और हिंदू समाज पार्टी के संस्थापक कमलेश तिवारी का शुक्रवार दोपहर उनके दफ्तर में गला रेत दिया गया था। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी। खुर्शीद बाग स्थित हिंदू समाज पार्टी कार्यालय में चाय पीने आए बदमाश मिठाई के डिब्बे में चाकू और तमंचा लेकर आए थे। CCTV फुटेज में पता चला कि हमलावरों ने भगवा कपड़े पहने हुए थे। उन्होंने घटना को अंजाम दिया और फरार हो गए।