कमलेश तिवारी की हत्या के बाद नफरत फैलाने के मामले में 10 लोग गिरफ्तार
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश पुलिस ने कमलेश तिवारी की हत्या के बाद राज्य के अलग-अलग हिस्सों में सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वालों पर 32 मामले दर्ज किए हैं।
अलग-अलग समुदायों के लोगों के खिलाफ ये मामले पिछले तीन दिनों में दर्ज किए गए हैं।
इस संबंध में 10 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। साथ ही पुलिस ऐसी टिप्पणियां करने वाले 178 सोशल मीडिया अकाउंट को ब्लॉक करवाने की प्रक्रिया में लगी हुई है।
जानकारी
धार्मिक आधार पर नफरत फैला रहे सोशल मीडिया अकाउंट
पिछले 24 घंटों के दौरान पुलिस ने धार्मिक आधार पर नफरत को बढ़ावा देने और सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे लोगों के खिलाफ सात मामले दर्ज किए हैं। साथ ही 28 सोशल मीडिया अकाउंट ब्लॉक करवाए गए हैं।
मामले
इन जिलों में इतने मामले दर्ज
उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्यालय के मुताबिक, तिवारी की हत्या के बाद औरेया और प्रयाग में दो-दो, लखीमपुर खीरी और कानपुर में तीन-तीन, हरदोई, अंबेडकर नगर, प्रतापगढ़, देवरिया, सहारणपुर, हमीरपुर, रामपुर, सीतापुर, जालौन, गोंडा, बलिया, झांसी, अलीगढ़, बलरामपुर, बुलंदशहर, बाराबंकी, वाराणसी और बांदा जिले में एक-एक मामला दर्ज किया गया है।
ऐसे अभी तक कुल 32 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। इनमें से चार मामले साइबर क्राइम यूनिट ने दर्ज किए हैं।
जानकारी
अब तक हुई हैं 10 गिरफ्तारियां
पुलिस ने कहा कि 32 मामलों में 10 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है और सोशल मीडिया पर अपमानजनक टिप्पणी करने वाले लोगों को गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा है।
सीतापुर
सीतापुर में सरस्वती के खिलाफ मामला दर्ज
तिवारी के पैतृक स्थान सीतापुर में पुलिस ने ने यति नरसिंहानंद सरस्वती और उनके अज्ञात समर्थकों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है।
उन पर आरोप है कि उन्होंने एक समुदाय विशेष के खिलाफ अपमानजनक बयान दिया था।
महमूदाबाद थाने के SHO ने कहा कि सरस्वती ने तिवारी के परिजनों से मुलाकात के बाद भड़काऊ बयान दिया था।
उनके इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था।
गिरफ्तारी
कमलेश तिवारी के हत्या के मुख्य आरोपी गिरफ्तार
कमलेश तिवारी की हत्या के मुख्य आरोपियों शेख अशफाक हुसैन और मोइनुद्दीन पठान को गिरफ्तार कर लिया गया है।
मंगलवार रात को गुजरात ATS ने दोनों को राजस्थान-गुजरात बॉर्डर पर स्थित शमलाजी से गिरफ्तार किया।
गुजरात ATS ने विभिन्न जगहों से प्राप्त CCTV फुटेज और एक सिम कार्ड के जरिए दोनों आरोपियों को ट्रैक किया।
ये सिम उन्होंने तिवारी की हत्या से पहले अपने असली पहचान पत्र पर कानपुर से खरीदी थी और लगातार इसी का इस्तेमाल कर रहे थे।
हत्याकांड
शुक्रवार को हुई थी कमलेश तिवारी की हत्या
हिंदू महासभा के पूर्व नेता और हिंदू समाज पार्टी के संस्थापक कमलेश तिवारी का शुक्रवार दोपहर लखनऊ स्थित उनके घर पर हत्या कर दी गई थी।
उनके घर में ही पार्टी कार्यालय था और आरोपी मिठाई के डिब्बे में चाकू लेकर आए थे।
CCTV फुटेज से पता चला था कि हमलावरों ने भगवा कपड़े पहने हुए थे।
पुलिस घटना में अभी तक मुख्य आरोपियों समेत कुल पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है जो सभी गुजरात से हैं।