ISIS आतंकी रिजवान अली का खुलासा, दिल्ली में थी विस्फोट करने की योजना
दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा द्वारा गत गुरुवार रात गिरफ्तार किए गए इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (ISIS) के पुणे मॉड्यूल के सदस्य रिजवान अब्दुल हाजी अली ने पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार रिजवान पुणे मॉड्यूल के पकड़े जाने के बाद दिल्ली में नए मॉड्यूल को तैयार करने में जुटा था। इसके अलावा वह दिल्ली में विस्फोट करने की तैयारी कर रहा था। उसे L शेप IED बनाने में भी महारथ हासिल है।
कौन करता था रिजवान की बम बनाने में मदद?
NDTV के अनुसार, रिजवान को बम बनाने के तरीके हैंडलर PDF फाइल में टेलीग्राम पर भेजते थे। वह ISIS कमांडर फरतुल्लाह गोरी के सीधे संपर्क में था और उसने पुणे में कंट्रोल IED ब्लास्ट की भी ट्रेनिंग ली थी। पुणे मॉड्यूल के पकड़े जाने के बाद वह महाराष्ट्र और गुजरात में छिपा था। रिजवान ISIS को भारत में खड़ा करने के लिए काम कर रहा था और कॉलेज के युवाओं को अपने तरफ आकर्षित करने की कोशिश कर रहा था।
रिजवान 23 साल की उम्र में ISIS से जुड़ा था
पूछताछ में सामने है कि रिजवान महज 23 साल की उम्र में ही ISIS से जुड़ गया था। उस दौरान जामिया इलाके से उसे हिरासत में लिया गया था। पुलिस ने उसे आतंकी बनने से रोकने लिए सुधार गृह भेजा गया था, लेकिन वहां से आने के बाद वह जामिया और दरियागंज इलाके से ISIS के संपर्क में रहा। गुरुवार रात को पुलिस ने उसे गंगा बक्श मार्ग पर तुगलकाबाद बायोडायवर्सिटी पार्क के पास एक स्थान से गिरफ्तार कर लिया।