
दिल्ली दंगों में ISI और खालिस्तानी समर्थक भी थे शामिल, चार्जशीट में हुआ खुलासा
क्या है खबर?
दिल्ली दंगों को लेकर पिछले सप्ताह दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की ओर से कड़कड़डूमा अदालत में पेश की गई चार्जशीट में चौंकाने वाली बात सामने आई है।
पुलिस ने इस चार्जशीट में तीन खालिस्तानी समर्थकों, एक सिख अलगावादी आंदोलन और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI का नाम शामिल किया है।
दंगों में ISI और खालिस्तान समर्थकों की संलिप्तता की बात 25 अगस्त को पुलिस द्वारा आरोपी अतहर खान से की गई पूछताछ में सामने आई थी।
जानकारी
पुलिस ने 16 सितंबर को दायर की थी चार्जशीट
बता दें कि 16 सितंबर को कड़कड़डूमा अदालत में दायर की गई चार्जशीट में पुलिस ने 15 लोगों को आरोपी बनाया है। इन पर गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम कानून (UAPA), आर्म्स एक्ट और भारतीय दंड संहिता की अलग-अलग धाराएं लगाई गई हैं।
अड़चन
केवल विरोधाभासों को साबित करने में काम आ सकते हैं बयान
मिड-डे के अनुसार भारतीय साक्ष्य अधिनियम के तहत पुलिस अधिकारियों द्वारा दर्ज किए गए इस तरह के इकबालिया बयान को सबूत के रूप प्रस्तुत नहीं किया जा सकता है।
इन बयानों को केवल विरोधाभासों को साबित करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। 25 वर्षीय आरोपी ने बताया था कि रिजवान सिद्दीकी ने 10-11 फरवरी को बताया कि वह शाहीन बाग विरोध स्थल पर खालिस्तान समर्थक बागीचा सिंह और लवप्रीत सिंह से मिला था।
मौजूदगी
विरोध प्रदर्शनों में रही थी खालिस्तानी समर्थकों की मौजूदगी
चार्जशीट के अनुसार अतहर खान ने बताया कि बागीचा सिंह और लवप्रीत सिंह ने ISI का समर्थन पाने का दावा किया था।
उन्होंने कहा कि एजेंसी ने संदेश दिया है कि खालिस्तान समर्थकों को CAA और NRC के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों का समर्थन करना चाहिए और सरकार के खिलाफ उनकी लड़ाई में लोगों की मदद करनी चाहिए।
रिजवान ने उन्हें बताया कि खालिस्तान समर्थकों ने उन्हें दंगों में समर्थन देने का वादा किया था।
भाषण
खालिस्तानी समर्थक ने धरना स्थल पर दिया था सरकार के खिलाफ भाषण
आरोपी अतहर खान ने पुलिस को बताया कि 8-10 दिन बाद जबरजंग सिंह नाम का युवक चांद बाग विरोध स्थल पहुंच और बगीजा सिंह द्वारा भेजने की बात कही। उसने वहां पर सरकार के खिलाफ भाषण भी दिया था।
खान ने अपने बयान में सरकार के खिलाफ भाषण भी दिया। बता दें कि अतहर खान ने चांद बाग इलाके में दंगों के दौरान खुलकर हिस्सा लिया था। उस दौरान उसने दंगाइयों की बढ़-चढ़कर मदद भी की थी।
आरोपी
पुलिस ने चार्जशीट में इन्हे बनाया है आरोपी
बता दें कि पुलिस ने चार्जशीट में इन बयानों का उल्लेख किया है। चार्जशीट में UAPA, भारतीय दंड संहिता, शस्त्र अधिनियम और सार्वजनिक संपत्ति अधिनियम को नुकसान की रोकथाम की विभिन्न धाराओं के तहत ताहिर हुसैन को मुख्य आरोपी बनाया गया है।
उसके अलावा सफूरा जरगर, गुलफिशा खातून, देवांगना कलिता, शफा-उर-रहमान, आसिफ इकबाल तन्हा, नताशा नरवाल, अब्दुल खालिद सैफी, इशरत जहां, मीरान हैदर, शादाब अहमद, तल्सीम अहमद, सलीम महिक और मोहम्म्द सलीम खान का नाम शामिल है।
जानकारी
अतिरिक्त चार्जशीट में जोड़े जाएंगे इनके नाम
पुलिस द्वारा दायर की गई जार्चशीट में फिलहार उमर खालिद, शारजील इमाम, मोहम्मद परवेज अहमद, मोहम्मद इलियास, दानिश और फैजल खान का नाम शामिल नहीं किया गया है। पुलिस ने अनुसार इन सबके नाम आने वाले दिनों में अतिरिक्त चार्जशीट में जोड़े जाएंगे।
दंगे
उत्तर-पूर्वी दिल्ली में तीन दिन चले थे दंगे
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में इस साल 24 से 26 फरवरी के बीच लगातार तीन दिन दंगे हुए थे।
इनमें 53 लोगों की मौत हुई थी, जबकि लगभग 500 घायल हुए थे। मरने वालों में दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतनलाल भी शामिल थे।
इस दौरान संपत्ति का भी भारी नुकसान हुआ था और दंगाइयों ने घरों, दुकानों और वाहनों समेत जो भी आगे आया, उसमें आग लगा दी। एक पेट्रोल पंप को भी आग लगाई गई थी।