इंडिगो के CEO ने भेजा DGCA को जवाब, कहा- अभी सटीक कारण बता पाना संभव नहीं
क्या है खबर?
देश की सबसे बड़ी घरेलू एयरलाइन इंडिगो इस समय अपने सबसे बुरे परिचालन संकट से जूझ रही है। पिछले एक सप्ताह में उसकी 4,500 से अधिक उड़ानें रद्द हो चुकी हैं। इस बीच इंडिगो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) पीटर एल्बर्स और अकाउंटेबल मैनेजर इसिड्रो पोरक्वेरस ने नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) से मिले कारण बताओ नोटिस का आधिकारिक जवाब भेज दिया है। इसमें उन्होंने वर्तमान में सटीक कारण बता पाने में असमर्थता जताते हुए जांच के लिए समय मांगा है।
जवाब
इंडिगो के CEO और अधिकारियों ने जवाब में क्या कहा?
DGCA ने बताया कि इंडिगो ने 8 दिसंबर को शाम 6:01 बजे जवाब भेजा, जिस पर CEO एल्बर्स और अकाउंटेबल मैनेजर पोरक्वेरस के हस्ताक्षर थे। उन्होंने नोटिस के जवाब में लिखा, 'वह बेहद खेद प्रकट करते हैं और ग्राहकों को हुई असुविधा के लिए गहरा खेद व्यक्त करते हैं। एयरलाइन ने इस व्यवधान के लिए कई कारकों के मिश्रित प्रभाव को जिम्मेदार ठहराया, जो दुर्भाग्यपूर्ण और अप्रत्याशित संयोग के रूप में संचालित हुए हैं। उनकी जांच की जा रही है।'
सफाई
'इस समय सटीक कारणों का पता लगाना संभव नहीं'
जवाब में इंडिगो ने लिखा, 'परिचालन के विशाल पैमाने और स्थिति की जटिलता के कारण इस समय सटीक कारणों का पता लगाना संभव नहीं है। DGCA मैनुअल में कारण बताओ नोटिस के लिए 15 दिन की प्रतिक्रिया अवधि है और पूर्ण मूल कारण विश्लेषण (RCA) प्रस्तुत करने के लिए अधिक समय की मांग की गई है, जिसके पूरा होने पर इसे साझा किया जाएगा।' ऐसे में अब इंडिगो को विस्तृत जवाब के लिए और समय दिया जा सकता है।
संभावना
DGCA द्वारा गठित समिति कर सकती है CEO और COO को तलब
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, इंडिगो में उड़ान व्यवधानों की जांच कर रहे DGCA द्वारा नियुक्त 4 सदस्यीय समिति बुधवार को CEO एल्बर्स और COO पोरक्वेरस को पूछताछ के लिए तलब कर सकती है। इस समिति में संयुक्त महानिदेशक संजय ब्रह्मणे, उप महानिदेशक अमित गुप्ता, वरिष्ठ उड़ान संचालन निरीक्षक कपिल मांगलिक और FOI लोकेश रामपाल शामिल हैं। DGCA ने इस समिति को व्यापक परिचालन व्यवधानों के मूल कारणों की पहचान करने का काम सौंपा है।
जिम्मेदार
DGCA ने इंडिगो के CEO और COO को ठहराया था जिम्मेदार
मामले में DGCA ने 6 दिसंबर को इंडिगो के CEO एल्बर्स और COO पोरक्वेरस को कारण बताओ नोटिस जारी कर 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा था। नोटिस में CEO एल्बर्स को एयरलाइन के प्रभावी प्रबंधन को सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था और उन पर समय पर व्यवस्था सुनिश्चित कर यात्रियों को अपेक्षित सुविधाएं उपलब्ध कराने में विफल होने का आरोप लगाए गए थे। हालांकि, एल्बर्स ने जवाब के लिए एक दिन अतिरिक्त मांगा था।
परेशानी
7 दिन में रद्द हुईं 4,500 से अधिक उड़ानें
इंडिगो की परिचालन व्यवस्था के ठप होने का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि पिछले 7 दिनों में 4,500 से अधिक उड़ानें रद्द हो चुकी हैं। सोमवार को लगातार 7वें दिन भी व्यवधान जारी रहा और 562 से अधिक उड़ाने रद्द हुईं। बेंगलुरु के 77 आगमन और 73 प्रस्थान वाली उड़ानें रद्द हुईं। इसी तरह दिल्ली से 152 और चेन्नई हवाई अड्डे से 90 उड़ानों को रद्द करने की घोषणा की जा चुकी है।
प्रयास
इंडिगो ने यात्रियों की राहत के लिए क्या कदम उठाए
DGCA द्वारा तत्काल रिफंड और सामान पहुंचाने के निर्देश के बाद इंडिगो ने रविवार शाम तक यात्रियों को 827 करोड़ रुपये का रिफंड कर दिया है। इसी तरह यात्रियों से अलग हुए उनके 3,000 बैग्स को भी उनके घर पहुंचा दिया। इसी तरह 5-15 दिसंबर की यात्रा के लिए रद्दीकरण और पुनर्निर्धारण पर पूर्ण छूट, यात्रियों के ठहरने के लिए विभिन्न शहरों में हजारों होटल कमरे बुक किए हैं और टर्मिनलों में खाद्य सहायता भी मुहैया कराई जा रही है।
कारण
क्या है इंडिगो संकट की वजह?
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने पायलटों और चालक दल की ड्यूटी से जुड़े नियमों का दूसरा चरण 1 नवंबर से लागू किया था। इनमें पायलटों और चालक दल को 7 दिन काम के बाद 48 घंटे आराम, नाइट ड्यूटी का समय, 6 की बजाय केवल 2 नाइट लैंडिंग, लगातार 2 से ज्यादा नाइट ड्यूटी पर रोक और लंबी उड़ानों के बाद 24 घंटे का आराम जैसे नियम शामिल थे। इससे इंडिगो के पास पायलट-चालक दल की कमी हो गई।