NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / वोडाफोन और केयर्न के साथ विवाद का कारण बने पूर्वव्यापी टैक्स कानून को खत्म करेगा भारत
    अगली खबर
    वोडाफोन और केयर्न के साथ विवाद का कारण बने पूर्वव्यापी टैक्स कानून को खत्म करेगा भारत
    पूर्वव्यापी टैक्स के कानून को खत्म करेगी भारत सरकार

    वोडाफोन और केयर्न के साथ विवाद का कारण बने पूर्वव्यापी टैक्स कानून को खत्म करेगा भारत

    लेखन मुकुल तोमर
    Aug 05, 2021
    07:19 pm

    क्या है खबर?

    भारत सरकार ने 2012 में बनाए गए पूर्वव्यापी (Retrospective) टैक्स के विवादित कानून को खत्म करने का फैसला लिया है। केंद्रीय कैबिनेट ने आज इससे संबंधित एक विधेयक को मंजूरी दी।

    केंद्र सरकार के इस फैसले से वोडाफोन और केयर्न समेत 15 कंपनियों को फायदा होगा और इन्हीं कानूनों के कारण भारत का इन कंपनियों से विवाद चल रहा था।

    नए विधेयकों में इन कंपनियों से वसूले गए पैसों को बिना ब्याज रिफंड करने का प्रावधान भी है।

    पृष्ठभूमि

    क्या है पूर्वव्यापी टैक्स कानून?

    कांग्रेस के नेतृत्व वाली तत्काल संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) सरकार 2012 में ये कानून लेकर आई थी। इसमें विदेशी कंपनियों को 1962 के बाद हुए कैपिटन गैन पर टैक्स लगाने का प्रावधान किया गया था।

    कानून के तहत ब्रिटेन की वोडाफोन और केयर्न एनर्जी कंपनियों पर उनके पुराने सौदे के लिए टैक्स लगाया गया था। इन कंपनियों ने इन सौदों का विरोध किया था जिसके बाद मामला नीदरलैंड के हेग स्थित आर्बिट्रेशन कोर्ट पहुंचा था। भारत दोनों केस हारा था।

    वोडाफोन

    वोडोफान के साथ क्या विवाद था?

    वोडाफोन ने 2007 में हांगकांग की टेलीकॉम कंपनी हच की भारतीय संपत्ति को 11 अरब डॉलर में खरीदा था जिसके बाद भारत सरकार ने उससे 11,000 करोड़ रुपये का टैक्स मांगा था।

    कंपनी ने इसका विरोध किया जिसके बाद मामला कोर्ट पहुंचा। 2012 में सुप्रीम कोर्ट ने मामले में वोडाफोन के पक्ष में फैसला सुनाया जिसके बाद सरकार पूर्वव्यापी टैक्स का ये कानून ले आई।

    इसके बाद मामला अंतरराष्ट्रीय आर्बिट्रेशन कोर्ट पहुंचा जिसने वोडाफोन के हक में फैसला सुनाया।

    केयर्न एनर्जी

    केयर्न एनर्जी के साथ क्या विवाद था?

    भारत सरकार और केयर्न एनर्जी के बीच विवाद की शुरूआत 2006-2007 में हुई थी। तब केयर्न UK ने भारत स्थित अपनी केयर्न इंडिया होल्डिंग के शेयर केयर्न इंडिया को ट्रांसफर कर दिए थे।

    भारतीय अधिकारियों ने कहा था कि चूंकि इस ट्रांसफर से केयर्न UK को फायदा (कैपिटल गैन) हुआ है, इसलिए उसे टैक्स देना चाहिए। हालांकि कंपनी ने ऐसा करने से इनकार कर दिया।

    इसके बाद 2011 में कंपनी ने केयर्न इंडिया का ज्यादातर हिस्सा वेदांता को बेच दिया।

    कोर्ट में हार

    सरकार ने 10 प्रतिशत हिस्सा बेचने से रोका, लेकिन आर्बिट्रेशन कोर्ट में हुई हार

    इसके बाद टैक्स अधिकारियों ने कंपनी को केयर्न इंडिया का 10 प्रतिशत हिस्सा बेचने से रोक दिया और 10,000 करोड़ रुपये से अधिक के कैपिटल गैन टैक्स के एवज में इसे अपने नियंत्रण में ले लिया। इसके अलावा उसने केयर्न इंडिया के केयर्न UK को लाभांश का भुगतान करने पर भी रोक लगा दी।

    केयर्न मामले में आर्बिट्रेशन कोर्ट पहुंच गई जिसने सरकार को 10,000 करोड़ रुपये ब्याज और जुर्माने के साथ कर्न एनर्जी को वापस करने को कहा।

    जानकारी

    विदेशों में भारतीय संपत्ति को जब्त कर रही थी केयर्न

    अपना बकाया लेने के लिए केयर्न विदेशों में भारत सरकार की 5,200 अरब रुपये की संपत्ति की पहचान कर ली थी और इसे जब्त करना शुरू कर दिया था। अब ये विधेयक लाकर सरकार उसे बिना ब्याज वसूली गई रकम का भुगतान कर सकती है।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    भारत सरकार

    ताज़ा खबरें

    इंटर मिलान को हराकर पहली बार चैंपियन्स लीग विजेता बनी पेरिस सेंट-जर्मेन, बनाए ये रिकॉर्ड्स  चैंपियन्स लीग
    इजरायल के साथ युद्धविराम पर सहमत हुआ हमास, बंधकों की रिहाई के बदले रखीं ये शर्तें इजरायल
    मिस वर्ल्ड 2025: टूट गया भारत की जीत का सपना, थाईलैंड की सुचाता चुआंग्सरी बनीं विजेता मिस वर्ल्ड
    राजपाल यादव बाेले- बॉलीवुड में अगर नपोटिज्म होता तो मेरे 200 रिश्तेदार यहीं होते राजपाल यादव

    भारत सरकार

    अब ट्विटर से पहले कू ऐप पर अपडेट्स और सूचनाएं देगी केंद्र सरकार ट्विटर
    भारत में आईपैड मैन्युफैक्चर कर सकती है ऐपल, मिलेगा सरकार का सहयोग आईपैड
    सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स की जिम्मेदारी तय करेगी सरकार, IT ऐक्ट में हो सकते हैं बदलाव ट्विटर
    सोशल मीडिया और OTT प्लेटफॉर्म्स के लिए सरकार लाई नए नियम, विस्तार से जानें नेटफ्लिक्स
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025