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सिंधु जल समझौता रद्द करने के बाद बड़ा कदम, 2 जलविद्युत परियोजना पर काम शुरू
भारत ने कश्मीर में 2 जलविद्युत परियोजना शुरू की (फाइल तस्वीर)

सिंधु जल समझौता रद्द करने के बाद बड़ा कदम, 2 जलविद्युत परियोजना पर काम शुरू

लेखन गजेंद्र
May 05, 2025
01:35 pm

क्या है खबर?

भारत ने पाकिस्तान से तनाव के बाद कश्मीर में 2 जलविद्युत परियोजनाओं पर काम शुरू कर दिया है, जो सिंधु जल समझौता रद्द होने के बाद बड़ा कदम है। रॉयटर्स के मुताबिक, भारत ने पाकिस्तान को सूचित किए बिना ही सलाल और बगलिहार बांधों में जलाशय की सफाई शुरू कर उसकी क्षमता बढ़ाने का काम तेज किया है। यह काम जल समझौते के अंतर्गत है, जिस पर संधि के तहत रोक है। ऐसे में भारत ने बड़ा संदेश दिया है।

कार्य

NHPC कर रही काम

रिपोर्ट के मुताबिक, जलाशय की सफाई का काम भारत की सबसे बड़ी सरकारी जलविद्युत कंपनी NHPC लिमिटेड और जम्मू-कश्मीर के अधिकारियों द्वारा किया जा रहा है। यह कार्य 1987 और 2008-09 में इनके निर्माण के बाद पहली बार हो रहा है। इस बारे में भारत ने पाकिस्तान को कोई सूचना नहीं दी है। जलाशय फ्लशिंग का काम 1 मई को शुरू हुआ था, जो 3 दिन तक चला। इस अभ्यास से विद्युत उत्पादन में मदद मिलेगी।

असर

पाकिस्तान पर कितना पड़ेगा असर? 

पाकिस्तान अपने यहां सिंचाई और जलविद्युत परियोजनाओं के लिए भारत से होकर बहने वाली नदियों पर निर्भर है, ऐसे में भारत के इस कदम का त्वरित तो कोई असर नहीं दिखेगा, लेकिन ऐसी ही अन्य परियोजनाओं पर काम शुरू होता है, तो पाकिस्तान की समस्या बढ़ सकती है। इस इलाके में ऐसी करीब 6 से अधिक परियोजना है। जब 1 मई को काम शुरू हुआ तो चिनाब तट पर रहने वाले लोगों को पानी का बहाव अधिक मिला।

सफाई

जलाशय की सफाई से भारत को क्या है फायदा?

जलाशय की सफाई होने से यह जलविद्युत परियोजना को प्रभावित करता है और उत्पादन में गिरावट आती है। इसलिए फ्लशिंग कर जलाशय को खाली किया जाता है। 690 मेगावाट की सलाल परियोजना और 900 मेगावाट की बगलिहार परियोजना अपनी क्षमता से कम बिजली उत्पादन कर रहा है तो इसका बड़ा कारण फ्लशिंग न होना है। पाकिस्तान ने ऐसी फ्लशिंग पर रोक लगाई थी। हालांकि, फ्लशिंग से निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा होता है, ऐसे में उन्हें बताना होता है।

ट्विटर पोस्ट

बगलिहार बांध का दृश्य